उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देने के बाद से ही बरसात का सिलसिला थमता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. मौसम विभाग ने आज भी गढ़वाल और कुमाऊं के कुछ इलाकों में बरसात के आसार जताए हैं. प्रदेश भर में भारी बारिश के चलते 127 सड़के बंद पड़ी हुई हैं. जगह-जगह पहाड़ी से पत्थर टूट कर सड़कों पर गिर रहे हैं. जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. उत्तराखंड प्रशासन लगातार सड़कों पर यातायात दुरुस्त करने की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन अभी भी काफी काम बाकी है. जानकारी के अनुसार बाधित पढ़ी हुईं 179 सड़कों में से 52 सड़कें यातायात के लिए सुचारू कर दी गई है जबकि 127 सड़कें अभी भी बंद पड़ी हुई हैं. लोनिवि की ओर से इन सड़कों को खोलने का कार्य जारी है.
बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण सड़कों को खोलने में दिक्कतें आईं. लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता दीपक यादव ने कहा कि प्रदेश में बुधवार देर शाम तक 127 सड़कें बंद थीं, जिन्हें खोलने के लिए मौके पर 119 जेसीबी पोकलेन चैन डोजर आदि मशीनें लगी हुई हैं. सड़कों को यातायात के लिए सुचारु करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रदेश के 4 जिलों में अगले 24 घंटों तक भारी बारिश की संभावना है. टिहरी, देहरादून पिथौरागढ़ और बागेश्वर जनपदों में तेज बारिश होगी. मौसम विभाग की ओर से इन 4 जिलों में अगले 24 घंटों तक ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. इन जिलों में आकाशीय गर्जना के साथ तेज बहुत तेज बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार 9 जुलाई तक इन जनपदों में मौसम ऐसा ही रहेगा, यहां तेज से तेज बारिश होने की संभावना है. फिलहाल 24 घंटों तक इन जनपदों में ऑरेंज अलर्ट रहेगा.