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दुःखद खबर: उत्तरकाशी एवलॉन्च में एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही सविता कंसवाल की मौत

उत्तराखंड के द्रोपदी का डांडा में एवलांच यानी हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के 29 प्रशिक्षणार्थी फंस गए थे, जिसमें सविता भी शामिल थीं.

विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट फतेह करने वाली सविता कंसवाल  की मौत हो गई है. उत्तराखंड के द्रोपदी का डांडा में एवलांच यानी हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के 29 प्रशिक्षणार्थी फंस गए थे, जिसमें सविता भी शामिल थीं. देर शाम निम के प्रधानाचार्य अमित बिष्ट ने हादसे में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल की मौत की पुष्टि की. सविता उत्तरकाशी जनपद की एक उभरती हुई पर्वतारोही थी. जिसने बेहद कम समय में पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपना नाम बनाया था.  इसी साल 12 मई को सविता ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) पर तिरंगा फहराया था. इसके 15 दिन बाद सविता ने माउंट मकालू (8463 मीटर) पर भी सफल आरोहण किया था. उनकी सफलता से उसके क्षेत्र और जनपदभर में खुशी की लहर थी. 

वहीं मंगलवार देर शाम सविता की मौत की खबर आने के बाद उसके गांव सहित जनपदभर में शोक की लहर फैल गई है. सविता ने नेहरु पर्वतारोहण संस्थान से एडवांस और सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स के साथ पर्वतारोहण प्रशिक्षक का कोर्स किया था. सविता की मौत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हुए हिमस्खलन की चपेट में आने से हिमालय पुत्री सविता कंसवाल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. उन्होंने मई में ही माउंट एवरेस्ट फतह किया था. बाबा केदार पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें.

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