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उत्तराखंड: नाबालिग छात्रा को भगाने का मामला हुआ उग्र, समुदाय विशेष के 42 दुकानदारों ने रातो-रात छोड़ा शहर

पुरोला में नगर पंचायत क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा को भगा कर ले जाने का मामला शांत नहीं हो रहा है. एकजुट हो कर लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों को बाजार से दुकानें खाली करने की चेतावनी भी दी है

नाबालिग छात्रा को भगाकर ले जाने की साजिश रचने के मामले से उत्तरकाशी जनपद में बवाल मच गया है. जानकारी के मुताबिक यहां बीते दिनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो युवक एक नाबालिग छात्रा को बहला फुसलाकर कर ले गए. यह मामला सामने आने के बाद अब इसको लेकर स्थानीय लोगों में रोष दिखाई दे रहा है. मामला बढ़ता देख यहां के बाहरी दुकानदारों ने रातों-रात शहर छोड़ दिया है. वहीं, यह मामला इलाके के साथ-साथ पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. पुरोला में नगर पंचायत क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा को भगा कर ले जाने का मामला शांत नहीं हो रहा है. एकजुट हो कर लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों को बाजार से दुकानें खाली करने की चेतावनी भी दी है. बता दें कि शुक्रवार को दोपहर के समय उवेद खान पुत्र अहमद और उसका साथी जितेंद्र सैनी नाम के युवक खरसाड़ी क्षेत्र की एक कक्षा नौ की नाबालिग छात्रा को बहला-फुसला कर भगा कर ले जा रहे थे. यह छात्रा पढ़ाई करने के लिए पुरोला में अपने मामा के घर पर रहती थी. 

दोपहर के समय दोनों युवक छात्रा को शादी का झांसा देकर विकासनगर लेकर भागने की फिराक में थे. ये दोनों छात्रा को नौगांव मोटरमार्ग के पेट्रोल पंप के पास से टेम्पों में ले गए. तभी परिजनों और स्थानीय लोगों की नजर इन पर पड़ी और शक हुआ तो इन्हें रोककर पूछताछ की. बात खुलने पर लोगों ने इन दोनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा किया. तब से मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों के खिलाफ पुरोला उबल रहा है. इन लोगों को पुरोला छोड़ने की चेतावनी देते हुए लोगों कहा था कि आरोपित विशेष समुदाय के व्यापारी युवाओं के साथ ही अन्य मुस्लिम समुदाय के बाहरी व्यापारी पुरोला छोड़ कर यहां से चले जाएं. यदि वे पुरोला में रहते हैं तो अपनी जिम्मेदारी पर ही रहें. सीओ सुरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि जन आक्रोश को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण जुलूस प्रदर्शन रहा, सभी से शांति बनाए रखने की अपील की गई है, नाबालिग लड़की को भगाने के प्रकरण में विवेचना जारी है. जनआक्रोश व धरना- प्रदर्शन की आहट को देखकर पुरोला मुख्य बाजार, कुमोला-रोड, मंदिर मार्ग में रेहड़ी फेरी, आइसक्रीम बेचने, साइकिल रिपेयरिंग, रजाई-रूई भरने व सब्जी बेचने का काम करने वाले मुस्लिम समुदाय के 42 दुकानदार रातोंरात पुरोला से चले गए हैं.

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