टिहरी झील में 6 साल बाद दिखा खतरनाक मंजर, झील में आए तूफान से करीब दो दर्जन से ज्यादा बोटों को हुआ नुकसान
बोट संचालकों का कहना है कि 2016 के बाद दूसरी बार ऐसा तूफान टिहरी झील में आया है कि जिससे नावों को इतना नुकसान पहुंचा है.
उत्तराखंड में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. मंगलवार शाम प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज हवा और आंधी के साथ बारिश हुई. वहीं टिहरी झील में आए जबरदस्त आंधी-तूफान से करीब दो दर्जन से अधिक बोटों को नुकसान पहुंचा है. कई बोटों के इंजन टिहरी झील में डूब गए है जबकि तेज तूफान के कारण अन्य बोटों की बॉडी आपस में टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई है. झील में आया तूफान इतना तेज था कि बोट में बैठे यात्रियों को नाव चालकों ने कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल बचाया. जब झील में तूफान आया तो वहां अफरा-तफरी मच गई. 6 साल बाद टिहरी झील में इतना भयानक तूफान आया था.
वहीं बोट संचालकों का कहना है कि 2016 के बाद दूसरी बार ऐसा तूफान टिहरी झील में आया है कि जिससे नावों को इतना नुकसान पहुंचा है. लॉकडाउन के बाद बोट संचालकों का कारोबार टिहरी झील में बमुश्किल ढर्रे पर लौट रहा था कि मंगलवार दोहपर बाद आये तुफान के कारण झील में खड़ी बोटें बुरी तरह से उलट-पलट होने लगी तुफान ने ऐसा कहर बरपाया कि जेटी के साथ खड़ी बोटें भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं. बोट संचालक तुफान से हुये नुकसान से भारी सकते में आ गये हैं.वहीँ बोट यूनियन ने शासन-प्रशासन मांग करते हुए कहा कि झील में जेटी की संख्या बढ़ाई जाये और तूफान से बोट संचालकों को हुए नुकसान का मुआवजे और बोटिंग स्थल पर सुरक्षा के इंतजाम किये जाये.