राजाजी पार्क की चीला रेंज में सोमवार को ट्रायल के लिए बुलाया गया इलेक्टि्रक वाहन (ईवी) दुर्घटनाग्रस्त होने से महिला अधिकारी नहर में बह गई. अधिकारी की तलाश में एसडीआरएफ की टीम ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन अधिकारी का कुछ पता नहीं चल सका है. बता दें कि हादसे का शिकार हुए वाहन में कई अफसर व वनकर्मी सवार थे. हादसे में दो रेंजर समेत चार लोगों की मौत हो गई और वार्डन छिटककर चीला नहर में जा गिरीं. उनकी खोज के लिए एसडीआरएफ ने सोमवार को ही तकरीबन तीन घंटे अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद तड़के से टीम रेस्क्यू में जुटी है. राजाजी प्रशासन को ये वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था. ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे.
बताया जा रहा है कि वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर जा रहा था. चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराया और बाद में चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया. दुर्घटना में कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे. वहीं वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में जा गिरीं. वाहन के पीछे चल रहे एक अन्य वाहन में सवार लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व पार्क प्रशासन को दी. साथ ही रेस्क्यू भी शुरू किया. मौके पर पहुंची पुलिस व वन विभाग के कर्मचारियों ने घायलों को खाई से निकाल कर उपचार के लिए एम्स पहुंचाया. वहां चिकित्सकों ने शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (डिप्टी रेंजर), सैफ अली खान पुत्र खलील उल रहमान, कुलराज सिंह को मृत घोषित कर दिया. वहीं, हिमांशु गोसाई पुत्र गोविंद सिंह (वाहन चालक), राकेश नौटियाल, अंकुश, अमित सेमवाल (चालक), अश्विन बिजू (24 वर्ष) (चालक) घायल हैं. वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी लापता चल रही हैं. कुलराज सिंह व अंकुश वाहन बनाने वाली कंपनी के कर्मचारी बताए जा रहे हैं. उक्त दोनों वाहन का ट्रायल करा रहे थे.