रुद्रप्रयाग शहर में मिलेगी जाम से निजात, तीन माह बाद 900 मीटर लंबी सुरंग पर दौड़ेंगे वाहन
आगामी तीन महीने में सुरंग का कार्य पूरी तरह पूरा हो जाएगा. जिसके बाद दिशा निर्देश मिलने के बाद ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकेगी.
जिला मुख्यालय में रुद्रप्रयाग बाईपास योजना के दूसरे चरण के बन रही 900 मीटर लंबी सुरंग पर मई महीने में वाहन दौड़ने लगेंगे. जल्द सुरंग के निर्माण को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. इससे जनपद की अस्सी फीसदी आबादी को कलक्ट्रेट पहुंचने की राह आसान हो सकेगी. ग्रामीणों को रुद्रप्रयाग शहर के बीचों बीच नहीं जाना पड़ेगा. वर्ष 2003-2004 में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने रुद्रप्रयाग शहर की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए रुद्रप्रयाग बाईपास के निर्माण की स्वीकृति प्रदान मिली थी. योजना की स्वीकृति मिलने पर प्रथम चरण का निर्माण कार्य तो पूरा हुआ, लेकिन दूसरे चरण के लिए बजट की स्वीकृति न मिलने निर्माण कार्य लटक गया था.
जिसमें गौरीकुंड हाइवे पर लोनिवि कालोनी के पास से सुरंग का निर्माण कर रुद्रप्रयाग चोपता-पोखरी मोटरमार्ग पर बेलणी के पास तक 900 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण एवं अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबा पुल का निर्माण कर बद्रीनाथ हाइवे से जुड़ने की योजना थी. वर्ष 2021 में दूसरे चरण के तहत निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली थी. लंबी इंतजारी के बाद वर्ष 2022 दिसम्बर माह एनएच लोनिवि ने लगभग 156 करोड़ की लागत से रुद्रप्रयाग बाईपास के दूसरे चरण का निर्माण विधिवत शुरू किया. जिसके बाद सुरंग के दोनों साइटों से सुरंग निर्माण के साथ ही पुल निर्माण कार्य चल रहा है.
सुरंग निर्माण का कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आगामी तीन माह में सुरंग पर वाहन दौडने शुरू हो जाएंगे. इससे जखोली विकास खंड, अगस्त्मयुनि विकास खंड के साथ ही ऊखीमठ विकास खंड की जनता को रुद्रप्रयाग शहर में जाम में नहीं फंसना पड़ेगा. और वह शहर से दो किमी पहले ही सुरंग से कलक्ट्रेट के लिए मुड़ जाएंगे. वहीं बाईपास पर बर रहा मोटरपुल का बेसमेंट कार्य पूरा हो गया है, कार्य तेजी से किया जा रहा है. एनएच लोनिवि ने वर्ष 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है. जिसके बाद चारधाम यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा. एनएच लोनिवि रुद्रप्रयाग के सहायक अभियंता प्रमोद नेगी ने बताया कि बाईपास परियोजना के तहत 900 सुरंग कटिंग का कार्य लगभग पूरा हो गया है. साथ ही मोटरपुल निर्माण के लिए दोनों साइटों से बुनियाद तैयार कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी. आगामी तीन महीने में सुरंग का कार्य पूरी तरह पूरा हो जाएगा. जिसके बाद दिशा निर्देश मिलने के बाद ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकेगी.