पौड़ी गढ़वाल जिले में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड से पूरा पहाड़ सुलग उठा है, लोगों में गुस्सा है. सरकार और प्रशासन के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं. आपको बता दें की 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच मिलने के 24 घंटे के अंदर ही घटना का खुलासा कर दिया है. बता दें कि अंकिता 18-19 सितंबर से गायब थी. पुलिस ने बताया कि जिन वनंत्रा रिजॉर्ट में अंकिता काम करती थी उसी के मालिक पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ भाष्कर ने जुर्म कबूल लिया और पूरे मामले का सच बताया, पुलिस के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 18 सितंबर की शाम पुलकित आर्य और अंकिता रिजॉर्ट में थे. तभी दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ. इस पर पुलकित ने अपने अन्य दो साथियों से कहा कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. जिस पर तीनों अलग-अलग गाड़ियों से गए. ये लोग ऋषिकेश बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे. वापसी में पुलकित अंकिता को स्कूटी पर लेकर आया और बाकी दोनों से आगे निकल गया. जब सभी बैराज चौकी से करीब डेढ़ किमी आगे पहुंचे तो पुलकित अंकिता के साथ अंधेरे में रुका था.
सभी आरोपियों ने वहीं पर रुककर शराब पी और मोमोज खाए. सभी लोग चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे. तभी वहां भी अंकिता और पुलकित के बीच फिर किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा. पुलकित का कहना था कि अंकिता उनकी बातें अपने साथियों को बताती थी. उधर, अंकिता ने आरोप लगाया कि उसे रिजॉर्ट आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने के लिए कहा जाता है. इसी दौरान अंकिता और बाकियों की जमकर झड़प हो गयी. अंकिता ने धमकी दी कि वो रिजॉर्ट की सारी करतूतों को बाहर बता देगी. गुस्से में अंकिता ने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया. इस पर आरोपियों को गुस्सा आ गया, और उन्होंने नशे की हालत में पहले अंकिता से हाथापाई की और फिर उसे नहर में धक्का दे दिया. नहर में गिरते ही वो एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद डूब गई. आरोपित अंकिता को ऐसे ही छोड़ वापस रिसॉर्ट आ गए और सबको नई कहानी सुनाई. लेकिन पुलिस पूछताछ में ओरापितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. हालांकि अभी तक अंकिता का शव बरामद नहीं हो पाया है. शव की तलाश हेतु एसडीआरएफ द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है.