उत्तराखंड: घर से चोरी हुआ 8 महीने का बच्चा सकुशल बरामद, पड़ोस की महिलाओं ने किया था अपहरण
हरिद्वार में अपहरण आठ माह के बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया है. बच्चे के अपहरण संबंधी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार एसएसपी को जल्द से जल्द बच्चे का पता लगाये जाने के निर्देश दिये थे.
हरिद्वार में अपहरण आठ माह के बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया है. बच्चे के अपहरण संबंधी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार एसएसपी को जल्द से जल्द बच्चे का पता लगाये जाने के निर्देश दिये थे. हरिद्वार पुलिस ने क्षेत्र के सभी सीसीटीवी खंगालने के साथ ही विभिन्न मुखबिर तंत्र, मीडिया, जनता के मध्य सूचना प्रचारित प्रसारित की. इसका परिणाम भी देखने को मिला और बच्चे के संबंध में जानकारी मिलने पर 8 माह के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. रविवार की देर शाम रोशनाबाद स्थित एसएसपी कार्यालय में अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि ज्वालापुर के मोहल्ला कड़च्छ निवासी रविंद्र की पत्नी राखी शनिवार को कपड़े सुखाने छत पर गई थी. इसी दौरान घर में सो रहा उनका आठ माह का बेटा शिवांग गायब हो गया था. सूचना मिलते ही पूरे शहर में हड़कंप मच गया और राजधानी देहरादून तक जा पहुंचा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने खुद मिशन की कमान संभाली. आला पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस व एसओजी की अलग-अलग टीमों ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ ही बच्चा चोर गिरोह की कुंडली खंगाली. मुखबिर तंत्र को भी अलर्ट किया गया था. 24 घंटे की भागदौड़ के बाद आखिरकार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी.
रविवार को भारत माता मंदिर के पास एक मोबाइल फोन नंबर की लोकेशन मिलने पर घेराबंदी कर आशा कार्यकर्ता रूबी निवासी गागलहेड़ी सहारनपुर उत्तर प्रदेश हाल पता सीतापुर, कड़च्छ मोहल्ला निवासी आशा जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है और श्यामपुर कांगड़ी निवासी कपड़ा व्यापारी संजय को दबोचा. इन लोगों से बच्चा बरामद किया गया. इनसे पूछताछ के बाद अपहरण मामले में शामिल किरन, अनिता, सुषमा निवासीगण मोहल्ला कड़च्छ और कपड़ा कारोबारी संजय की पत्नी पारूल को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि किरन, सुषमा और अनिता ने मिलकर बच्चे का अपहरण किया था. उन्होंने बताया कि रविंद्र के घर के बराबर में रहने वाली किरन ही मौका पाकर सोते बच्चे को उठाकर लाई थी. उसने दूसरी गली में रहने वाली सुषमा को बच्चा सौंप दिया, सुषमा ने पड़ोस में रहने वाली अनीता को दिया. अनीता बच्चे को लेकर आशा कार्यकर्ता रूबी के हवाले किया. रूबी और आशा ने शनिवार को ही बहादराबाद क्षेत्र में जाकर कपड़ा व्यापारी संजय को बच्चा सौंप दिया. संजय ने 50 हजार रुपये नकद दिए और दो लाख रुपये बाद में देने का वादा किया. इसके बाद संजय बच्चे को अपनी पत्नी के पास ले गया. बच्चा चोरी की सूचना फैलने के बाद संजय डर गया. उसने रविवार सुबह रूबी और आशा को फोन किया. भारत माता मंदिर के पास बुलाकर बच्चा उन्हें वापस कर दिया. इसी दौरान तीनों को पकड़ लिया गया और सारे मामले का खुलासा हो गया. उन्होंने बताया कि 50 हजार रुपये भी बरामद कर लिये गए हैं.