उत्तराखंडपौड़ी गढ़वाल

क्या अंकिता को नहीं मिलेगा इंसाफ? माता-पिता ने दी एक साथ आत्मदाह की चेतावनी

उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी केस मेें एक नया मोड़ आ गया है। अंकिता भंडारी की मां और पिता ने आत्महत्या की चेतावनी दी है। दोनों ने अंकिता केस के सरकारी वकील को हटाने की गुहार लगाई है।

कहते हैं जिंदगी किसी के लिए नहीं रुकती। पिछले साल सितंबर मे जब अंकिता भंडारी हत्याकांड हुआ तो खूब धरना-प्रदर्शन हुआ। आरोपियों के लिए फांसी मांगी गई, थोड़े दिन बाद आवाजें थोड़ी धीमी हो गईं। लोगों की जिंदगी अपनी रफ्तार से चलने लगी, लेकिन उन माता-पिता का क्या जिन्होंने अपनी इकलौती बेटी को खो दिया। उनकी जिंदगी का सूनापन शायद कभी खत्म नहीं होगा, और अब तो उन्हें इंसाफ की उम्मीद भी नहीं रह गई है। उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी केस मेें एक नया मोड़ आ गया है। अंकिता भंडारी की मां और पिता ने आत्महत्या की चेतावनी दी है। दोनों ने अंकिता केस के सरकारी वकील को हटाने की गुहार लगाई है। अंकिता भंडारी की मां सोनी देवी ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कहा है कि उन्होंने विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को केस से हटाने की गुहार लगाई है। ऐसा न करने पर उन्होंने पति समेत आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।

बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में नियुक्त विशेष लोक अभियोजक जीतेंद्र रावत पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए मृतका के ​माता-पिता ने उन्हें मामले से हटाने की मांग की है। इस संबंध में अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और मां सोनी भंडारी ने पौड़ी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है। पौड़ी जिले के यमकेश्वर में वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शिनिस्ट का काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता की हत्या हुई थी। अंकिता की पिछले साल सितंबर में कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी। जिसका मामला अब कोर्ट में चल रहा है। लेकिन इस बीच अंकिता के माता-पिता ने पत्र लिखकर हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक पर मामले को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप में कहा कि सरकारी वकील ने कई बार बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया और बयान दर्ज किए गए।

 अब अंकिता की माता का आरोप है कि डीएम को पत्र लिखने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में उन्हें अब किसी से भी न्याय की उम्मीद नहीं है। जिसके बाद उनके पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं है। उधर अंकिता केस के मुख्य गवाह अंकिता के दोष्त पुष्पदीप की अब तक गवाही नहीं हुई है। कोटद्वार सिम्मचौड़ स्थित अपर जिला और सत्र न्यायालय में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर गवाहों की गवाही होनी थी, लेकिन अंकिता का दोस्त पुष्पदीप कोटद्वार न्यायालय नहीं पहुंचा। वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि सरकारी वकील को हटाने के लिए मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। कहा कि कि सात दिन के भीतर वकील को हटाया नहीं गया तो पति-पत्नी पौड़ी में बीच सड़क पर आत्मदाह करेंगे।

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