उत्तराखंडनैनीताल

उत्तराखंड से दुःखद खबर.. बरसाती नाले में बही 8 लोगों से भरी टाटा सूमो, हादसे में लोकगायक की मौत

रामनगर के ढिकुली में सूमो वाहन के उफनाए बरसाती नाले में बह जाने से लोक गायक प्रकाश चंद्र फुलारा की की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल लोग गए.

उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बुधवार को मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया. वहीं, काली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. रामनगर के ढिकुली में सूमो वाहन के उफनाए बरसाती नाले में बह जाने से लोक गायक प्रकाश चंद्र फुलारा की की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल लोग गए.  ढिकुली में बही कार में सवार लोग दिल्ली से द्वाराहाट स्थित अपने गांव गनौली में बैसी में शामिल होने के लिए जा रहे थे. गंभीर रूप से घायल लोक गायक प्रकाश चंद्र फुलारा को हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर किया गया था लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई. प्रकाश दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे. उनकी तीन एलबम बाजार में आ चुकी हैं. चौथी एलबम आने वाली थी. वह 10 साल तक गांव के सरपंच भी रहे. यह भी बताया जा रहा है कि प्रकाश फुलारा के आठ साल के बेटे का दस अगस्त को दिल्ली के एक अस्पताल में दिल में छेद का ऑपरेशन होना है.

मधुर और दिलकश आवाज के धनी प्रकाश फुलारा एक पहाड़ी गायक और गीतकार थे. उन्हें कुमाऊंनी, गढ़वाली, जौनसारी, हिमाचली, बिहारी, भोजपुरी और हरियाणवी रागनी के गायन में महारत हासिल थी. प्रकाश फुलारा ग्राम बिठोली, द्राराहाट, जिला अल्मोड़ा के मूल निवासी हैं. पिता कृष्णानंद फुलारा के घर जन्मे प्रकाश फुलारा गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे. उन्होने बचपन से ही सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दिया, रामलीला मंच में अपने  नित्य ओर एक्टिंग के द्वारा लोगो का मन मोह लिया. सुराईखेत इंटर कालेज से पढ़ाई की ओर स्कूल राज्य प्रोग्राम में भी अपना योगदान दिया. उसके बाद राजनीति में पदार्पण भी आए और दो बार सरपंच रहे. बड़े ही सुंदर तरीके से काम किया जिसके कारण उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष संगठन में भी रहे . पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और हरीश रावत के द्वारा भी उन्हें  पुरस्कार से नवाजा गया. लेकिन इस हादसे ने मधुर आवाज के धनी प्रकाश फुलारा को छीन लिया, यह खबर सुनते ही उनके गांव सहित पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी है .

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