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केदारनाथ व हेमकुंड साहिब की यात्रा में तीर्थयात्री जल्‍द उठा सकेंगे रोपेवे का आनंद, सुगम और किफायती होगी यात्रा

सिर्फ 25 मिनट में कर सकेंगे हेमकुंड साहिब के दर्शन बनेगा 12.6 किलोमीटर का रोपवे, केदारनाथ मंदिर के लिए 8.5 किलोमीटर का रोपवे लिंक प्रस्तावित, जानिए क्‍या है योजना-

उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचना हो या हेमकुंड साहिब, आने वाले समय में इनकी यात्रा सुगम और किफायती हो सकती है. सरकार की योजना है कि इन जैसे प्रमुख धामों तक रोपवे की सुविधा शुरू की जाए. इसके लिए तेजी से काम हो रहा है. दोनों स्थलों के लिए रोपवे बनने से यात्रियों को सहूलियत मिलेगी और हर आयु वर्ग के श्रद्धालु वहां पहुंच सकेंगे. एनएचएआइ ने इसका ड्राफ्ट तैयार कर शासन को भेजा है. केंद्र सरकार ने भी इसमें रुचि ली और फिर राज्य सरकार ने रोपवे निर्माण के लिए एनएचएआइ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया दोनों रोपवे के लिए कौन विकासकर्ता होगा, इसे लेकर एनएचएआइ पूर्व में टेंडर जारी कर चुका है. अब उन्हें एसपीवी का ड्राफ्ट तैयार कर शासन से साझा किया है. एसपीवी के अंतर्गत कंपनी बनने पर टेंडर आदि की प्रक्रिया होगी. फिर कार्य प्रारंभ किया जाएगा.

केदारनाथ रोपवे होगा खास

केदारनाथ के लिए रोपवे का निर्माण सोनप्रयाग के पास से होगा. इसकी कुल लंबाई साढ़े 11 किलोमीटर होगी और इससे लगभग 25 मिनट में केदारनाथ पहुंचा जा सकेगा. रोपवे बनने पर यह विश्व के सबसे लंबे रोपवे में शामिल हो जाएगा. इससे सफर करना अपने आप में अद्भुत होगा.रोपवे बनने से यात्रियों को सहूलियत मिलेगी और हर आयु वर्ग के श्रद्धालु वहां पहुंच सकेंगे.

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आसानी से पहुंच सकेंगे हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी

हेमकुंड साहिब रोपवे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. हेमकुंड साहिब तक आने-जाने के लिए अब देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को रोपवे की सुविधा मिलने की उम्मीद जगी है. इसके तहत गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.6 किलोमीटर तक रोपवे का निर्माण होगा. रोपवे का निर्माण पूरा हो गया तो हेमकुंड साहिब के दर्शन दो दिन के बजाय करीब 25 मिनट में ही हो जाएंगे. हेमकुंड साहिब रोपवे के निर्माण से फूलों की घाटी की पहुंच भी आसान हो जाएगी.

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर सरकार से अपील की थी कि वे टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए और रोपवे लिंक शुरू करने की सोचें. नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आठ रोपवे लिंक शुरू करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं. इनमें उत्तराखंड में तीन रोपवे लिंक शुरू करने की योजना है. जिनकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर होने की संभावना है.

  • नैनीताल के हनुमान मंदिर के लिए 12 किलोमीटर लंबा रोपवे लिंक
  • गोविंदघाट-घांघरिया-हेमकुंट के लिए 8.8 किलोमीटर का रोपवे लिंक
  • सोनप्रयाग/गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर के लिए 8.5 किलोमीटर का रोपवे लिंक

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