पाकिस्तानी महिला जासूस के साथ हनीट्रैप मामले में सेना के एक जवान प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपित 24 वर्षीय प्रदीप मूलत कृष्णानगर गली नंबर 10 पुलिस थाना-गंगनहर, जनपद, रुड़की, उतराखंड का रहने वाला है, जवान पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट की खूबसूरती पर इस कदर फिदा हो गया की हनीट्रैप में फंस गया और महिला को भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी तक भेज दी। पहले से ही खुफिया एजेंसी के रडार में आ चुका प्रदीप कुमार महिला एजेंट से सोशल मीडिया के माध्यम से निरंतर संपर्क में हैं. सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा कर रहे हैं, इस सैन्यकर्मी पर कार्यवाही करते हुए 18 मई दोपहर हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. राज्य विशेष शाखा के अनुसंधान में यह तथ्य भी सामने आए कि प्रदीप ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को अपने सिम कार्ड के मोबाइल नंबर और उस नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिवेट करने के लिए मोबाइल पर आया हुआ ओटीपी भी शेयर किया था. जिसके चलते पाकिस्तानी महिला एजेंट ने भारतीय सिम नंबर के आधार पर व्हाट्सएप अकाउंट बनाया और उसे ऑपरेट किया.
वहीं महिला ने खुद को ग्वालियर, मध्य प्रदेश की रहने वाली व स्वयं को बेंगलुरू में एमएनएस में पदस्थापित होना बताया था डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी जवान प्रदीप कुमार उत्तराखंड के रुड़की का रहने वाला है। भारतीय सेना में तीन साल पहले गनर के पद पर भर्ती हुआ था। इन दिनों जोधपुर में सेना की अतिसंवेदनशील रेजिमेंट में पोस्टेड था। अभी के 6-7 महीने पहले आरोपी के मोबाइल पर एक महिला का कॉल आया जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी. हनीट्रैप में फंसे प्रदीप ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को अपने कार्यालय से सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों की फोटो चोरी-छिपे अपने मोबाइल से खींच कर व्हाट्सएप के जरिए भेजना शुरू कर दिया. जवान के फोन की जांच में सबूत की पुष्टि होने के बाद उनके खिलाफ ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट 1923 के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है प्रकरण में प्रदीप से लगातार पूछताछ जारी है जिसमें अन्य खुलासे होने की भी संभावना है