उत्तराखंड का एक और शहर है, जिस पर पहाड़ी से आसमानी आफत बरसने का अलर्ट जारी हो रखा है. हम बात कर रहे हैं भगवान भोलेनाथ की नगरी हरिद्वार की, जिसे धर्मनगरी भी कहते हैं. धर्मनगरी हरिद्वार में मनसा देवी की पहाड़ी कभी दरक सकती है, एक्सपर्ट करीब 20 साल पहले ही इसको लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं. मनसा देवी का मंदिर हरिद्वार में हर की पौड़ी के ठीक पीछे पहाड़ियों पर मौजूद है. रोज़ हज़ारों की संख्या में यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं. लेकिन अब मनसा देवी की इन पहाड़ियों पर खतरा मंडरा रहा है. इसी वजह से उस इलाके में रहने वाले लोगों के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार भी टेंशन में आ गई है.दरअसल मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों में दरारों का दावा किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि बारिश के बाद यह पहाड़ तेज़ी से दरक रहे हैं. टीवी9 भारतवर्ष की रिपोर्ट के मुताबिक मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों पर सिर्फ 1 से 1.5 किलोमीटर के दायरे में क़रीब 6 जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है. इसी वजह से पहाड़ के नीचे बसे इलाकों में बड़ी अनहोनी की आशंका से दहशत है.
वहीं हालात की गंभीरता को समझते हुए खुद उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार के भूगर्म विशेषज्ञों से मदद मांग ली है. मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों में दरार और लैंड स्लाइड की वजह से जो नीचे बसे इलाके हैं. उन पर बड़ा खतरा है. इन इलाकों में करीब 12 हज़ार लोग रहते हैं और सभी इस वक्त बहुत डर में हैं. इनमें ब्रह्मपुरी, काशीपुर, जोगियामंडी और अपर रोड मार्केट शामिल हैं. हैरानी की बात ये है कि हरिद्वार में पिछले कई दिनों से बहुत भारी बारिश नहीं हुई है. फिर भी मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों पर लैंड स्लाइड की घटनाएं तेज़ी से बढ़ी हैं. इसकी वजह मनसा देवी मंदिर के पहाड़ों की बनावट, जिनमें मिट्टी के साथ साथ रेत की मात्रा ज़्यादा है. इसीलिए जो बारिश पहले हुई थी, उसकी नमी अभी भी पहाड़ों में मौजूद है और इसी की वजह से मिट्टी और रेत की पकड़ ढीली हो गई है. इसके बाद मनसा देवी मंदिर के पहाड़ कई जगह से कमजोर हो रहे हैं. डराने वाली बात ये है कि रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार में मनसा देवी के दर्शन करने के लिए जाते हैं. इन पहाड़ों के टूटने की एक बड़ी वजह वहां होने वाले छोटे बड़े कंस्ट्रक्शन को भी माना जा रहा है. वैसे तो मां मनसा देवी के मंदिर देश के कई शहरों में मौजूद है, लेकिन हरिद्वार के मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है.