केदारनाथ धाम में करानी पड़ी हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, बाल-बाल बचे तीर्थयात्री
हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से पांच तीर्थयात्रियों को गुप्तकाशी लेकर जा रहा था. इस दौरान उड़ान भरते ही वहां मौसम खराब हो गया. जिस कारण हेलीकॉप्टर को धाम के पुराने पैदल मार्ग पर ही उतारा गया.
केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया. हेलीकॉप्टर धाम से पांच तीर्थ यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा था, तभी घाटी में कोहरा छा गया. ऐसे में पायलट ने गरुड़चट्टी में पुराने पैदल मार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई. हेलीकॉप्टर के सुरक्षित लैंड हो जाने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली. पिछले कुछ वर्षों में धाम में कोहरे के कारण एक दर्जन से अधिक हेली दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. गत वर्ष ऐसी ही एक दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई थी. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि सोमवार को धाम में मौसम साफ था. ट्रांस भारत कंपनी का हेलीकॉप्टर जब यात्रियों को लेकर धाम पहुंचा, तब भी चटख धूप खिली हुई थी. दोपहर करीब एक बजे हेलीकॉप्टर ने धाम से गुप्तकाशी के लिए वापस उड़ान भरी. उस समय भी मौसम सामान्य था.
लेकिन, कुछ पल बाद ही चारों तरफ घना कोहरा छा गया. हेलीकॉप्टर में पांच तीर्थ यात्रियों के साथ दो पायलट थे. दृश्यता कम होने से सभी की सांसें अटक गईं. ऐसे में पायलट ने धाम से करीब डेढ़ किमी आगे गरुड़चट्टी में पुराने पैदल मार्ग पर सुरक्षित स्थान देखकर हेलीकॉप्टर लैंड कराया. पायलट ने बताया कि समुद्रतल से 11,657 फीट ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में मौसम पल-पल बदलता रहता है और अक्सर घना कोहरा छाने से दृश्यता शून्य हो जाती है. इससे हेली उड़ानों में भी दिक्कत आती है. कई बार हेलीकॉप्टर को दिशा बदलनी पड़ती है या इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ती है. बताया कि सभी तीर्थयात्री और पायलट सुरक्षित हैं. हेलीकॉप्टर लैंड होने के बाद तीर्थयात्री धाम वापस आ गए, जबकि हेलीकॉप्टर को देर शाम मौसम साफ होने पर गुप्तकाशी रवाना कर दिया गया.