सीमा पर भारत माँ की रक्षा के लिए न जाने कितने सपूतों ने अपनी शहादत दी है. एक बार फिर एक दुखद खबर सियाचिन से आ रही है जहां देहरादून का लाल जगेंद्र अपनी ड्यूटी निभाते हुए शहीद हो गए. जगेंद्र सिंह चौहान 325 लाइट ए डी बटालियन में कार्यरत थे उनकी उम्र 35 वर्ष थी. वह वर्तमान में सियाचिन में ड्यूटी कर अपना फर्ज निभा रहे थे. बता दें कि जगेंद्र डोईवाला के कान्हरवाला, भानियावाला के रहने वाले थे. जवान जगेंद्र सिंह के शहादत की खबर से ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है . शहीद का पार्थिव शरीर 23 फरवरी तक पहुंचने की उम्मीद है. आगे पढ़िए –
बता दें की कान्हरवाला भानियावाला निवासी जगेंद्र सिंह चौहान के मामा सेवानिवृत्त कैप्टन मनवीर सिंह बिष्ट ने जगेंद्र सिंह चौहान (35) पुत्र सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर राजेंद्र सिंह चौहान के शहीद होने की जानकारी दी. 325 लाइट एडी बैटरी कमांडर मेजर पॉल ने उनको बताया कि शहीद जगेंद्र सिंह चौहान सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे. पैट्रोलिंग के दौरान लैंड स्लाइडिंग होने के कारण जगेंद्र सिंह शहीद हो गए.पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि मूलरूप से भनस्वाड़ी, थत्यूड़ ब्लॉक, टिहरी गढ़वाल निवासी राजेंद्र सिंह चौहान पिछले 2007 से कान्हरवाला भानियावाला में निवास कर रहे थे. जगेंद्र सिंह चौहान के शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में शोक छा गया.