अगर आप सोशल मीडिया यूजर हैं तो अलर्ट हो जाएं, क्योंकि अपकी छोटी सी लापरवाही आपको लाखों की चपत लगा सकती है. जैसा नाम से ही जाहिर है हनी यानि शहद और ट्रैप मतलब जाल. एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है, और किसका शिकार बनने वाला है. उत्तराखंड में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोग अनजान महिलाओं के झांसे में आकर अपना सबकुछ गंवा बैठे. ठगी के इस खेल में पुरुष ही नहीं महिलाएं भी शामिल मिल रही हैं. आलम ये है कि बुरी तरह से फंसे युवाओं से मुंह मांगी रकम मांगी जा रही है. वहीं अब सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र काठगोदाम में तैनात एक जवान से 49 हजार रुपये की ठगी हो गई. जवान ने महिला के खिलाफ काठगोदाम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.
सीआरपीएफ कैंप काठगोदाम में तैनात जवान महेंद्र कापड़ी ने पुलिस को बताया कि फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये उनकी एक महिला से बातचीत हो रही थी. बातचीत का सिलसिला पिछले करीब एक महीने से चल रहा था. महिला ने खुद को लंदन निवासी अमीनिया लैरी बताया था. छह अक्तूबर 2023 की सुबह करीब 10ः30 बजे उनके पास अमीनिया का फोन कॉल पहुंचा और उसने भारत आने की बात कही. इसके कुछ देर बाद दोबारा कॉल आई और हवाई अड्डे पर कस्टम जांच में रोके जाने की बात कहकर 49500 रुपये की मदद मांगी. भरोसे में आकर महेंद्र कापड़ी ने रकम ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी. कुछ देर बाद दोबारा जब रकम मांगने के लिए फोन पहुंचा तब ठगी का शक हुआ. सीआरपीएफ जवान की तहरीर पर काठगोदाम पुलिस ने ढाई माह बाद रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.