कॉलेजों में लंबे समय से टैबलेट वितरण का इंतजार खत्म, अप्रैल माह मे मिलेंगे छात्रों को टैबलेट
20 से अधिक डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य ट्रेजरी से टैबलेट का बजट कॉलेजों के बैंक खातों में आहरित कर चुके हैं. अप्रैल प्रथम सप्ताह से छात्र-छात्राओं को बिल जमा करने के बाद पैसा मिलना शुरू हो जाएगा
राज्य के डिग्री कॉलेजों में लंबे समय से टैबलेट वितरण का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है. अप्रैल माह के पहले सप्ताह से डिग्री कॉलेजों से छात्रों को टैबलेट का पैसा मिलना शुरू हो जाएगा. अबतक 20 से अधिक डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य ट्रेजरी से टैबलेट का बजट कॉलेजों के बैंक खातों में आहरित कर चुके हैं. उल्लेखनीय है कि राज्य के 109 डिग्री कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को 126 करोड़ के बजट से टैबलेट का वितरण किया जाना है. जिसके लिए शासन स्तर से ट्रेजरी को बजट अवमुक्त कर दिया गया है. पहले ट्रेजरी में विद्यार्थियों की ओर से दिए जाने वाले बिलों के आधार पर उनके बैंक खातों में टैबलेट का पैसा स्थानांतरित होना था. लेकिन चुनाव आचार संहिता के चलते यह कार्य नहीं हो सका. वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए उच्चशिक्षा निदेशक डॉ. संदीप शर्मा की ओर से प्रदेशभर के डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए कि वह टैबलेट का बजट कॉलेज के बैंक खातों में आहरित कराएं. निदेशक के निर्देश के बाद राज्य के करीब 20 से अधिक डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों ने टैबलेट का बजट कॉलेज के बैंक खातों में आहरित कर लिया है. सभी डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वह टैबलेट का बजट ट्रेजरी से कॉलेज के बैंक खाते में जमा करवा लें. सभी डिग्री कॉलेजों के बैंक खातों में पैसा हस्तांरित होने के बाद अप्रैल प्रथम सप्ताह से छात्र-छात्राओं को बिल जमा करने के बाद पैसा मिलना शुरू हो जाएगा.
पोस्ट पेमेंट्स बैंक में बच्चे भी खोल पाएंगे खाता
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में अब 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे भी अपना बचत खाता खोल पाएंगे. साथ ही खुद ही खाते को संचालित भी कर पाएंगे. डाक विभाग के आईपीपीबी की ओर से बच्चों के लिए ये नई योजना शुरू की गई है. जारी सूचना के अनुसार खाता खोलने के लिए अपने निकटतम डाकघर या अपने क्षेत्र के पोस्टमैन से सम्पर्क करना होगा. इसके लिए आधार कार्ड होना अनिवार्य है. इसकी मदद से बच्चे का बायोमेट्रिक सत्यापन कर आईपीपीबी सेविंग खाता खुल जाएगा. खाता खुलने के साथ ही क्यूआर कोड वाला एक फिजिकल कार्ड भी दिया जाएगा. इस कार्ड की मदद से बच्चे किसी भी पोस्ट ऑफिस से रकम निकाल भी सकते हैं. आईपीपीबी की ये योजना मुख्य रूप से बच्चों की स्कॉलरशिप के लिए उपयोगी होगी. प्रदेशभर के डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों से ट्रेजरी से कॉलेजों के बैंक खातों में टैबलेट का बजट हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अबतक 20 से अधिक कॉलेजों के प्राचार्यों ने बजट प्राप्त कर लिया है. मार्च अंत तक सभी कॉलेजों के प्राचार्य ट्रेजरी से बजट अवमुक्त कर लेंगे. अप्रैल प्रथम सप्ताह से पैसा बांटना शुरू किया जाएगा. – डॉ. आरएस भाकुनी उपनिदेशक उच्चशिक्षा