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उत्तराखंड: अचानक से स्कूल में चीखने और चिल्लाने लगीं छात्राएं, अध्यापिकाओं के उड़े होश

चमोली के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गौचर में उस वक्त छात्र और शिक्षक खौफ में आ गए, जब अचानक से छात्राएं जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगी. कुछ छात्राएं बेहोश भी हो गईं.

चमोली के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गौचर में उस वक्त छात्र और शिक्षक खौफ में आ गए, जब अचानक से छात्राएं जोर-जोर से रोने और चिल्लाने लगी. कुछ छात्राएं बेहोश भी हो गईं. जिससे अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गई. आनन फानन में स्कूल की छुट्टी करनी पड़ी. जीजीआईसी गौचर की अध्यापिका के मुताबिक, छात्राएं क्लास रूम से बाहर निकल रही थी. तभी एक बालिका जोर–जोर से चिल्लाने लगी. देखते ही देखते क्लास की अन्य बालिकाएं भी चिल्लाने लगी. इसके बाद तो पूरे स्कूल की छात्राएं एक साथ चिल्लाने लगी. बताया जा रहा है कि आनन-फानन में अभिभावकों को घटना की सूचना दी गई. इस घटना को देख अभिभावक भी भौंचक्के रह गए. अभिभावकों का कहना है कि वे अपनी बालिकाओं को बेहोशी की हालत में घर ले गए. कई बालिकाओं को रास्ते में रोते बिलखते और कइयों को बेहोशी की हालत में देखा गया. घटना की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई. सभी लोग उल्टे पांव स्कूल की ओर भागे.

बताया जा रहा है कि इससे पहले भी कई बार कुछ बालिकाएं कक्षा में बेहोश हुई हैं, लेकिन पूरी स्कूल की छात्राओं के एक साथ चिल्लाने की पहली घटना है. कई लोगों का कहना है कि कई साल पहले इस स्कूल में एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी थी. वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमन ध्यानी ने अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है. इस मौके पर पीटीए अध्यक्ष दिलवर चौहान ने कहा कि बार-बार इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ठीक नहीं है. इसकी तह में जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा जल्द अभिभावक संघ की बैठक बुलाकर सबकी राय लेकर घरेलू उपायों पर भी विचार किया जाएगा. इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. हालांकि, विद्यालय परिवार इस घटना को भूत प्रेत से जोड़कर मानने को तैयार नहीं हैं, लेकिन अभिभावकों की चिंता ने उनका ध्यान इस ओर आकर्षित कर दिया है.

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