सोमवार 8 जनवरी को चीला रेंज में हुए हादसे के बाद से लापता वन्य जीव प्रतिपालक अलोकी का शव बरामद हो गया है. एसडीआरएफ की टीम ने चीला पावर हाउस के निकट गुरुवार सुबह सर्च की तो आलोकी का शव मिला. सोमवार को हुए हादसे में चार वन अधिकारियों की मौत हो गई थी. आलोकी तभी से लापता थी. दूसरी तरफ वाहन कंपनी और चालक पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वन क्षेत्राधिकारी गौहरी रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व राजेश चंद्र जोशी की लिखित तहरीर पर थाना लक्ष्मण झूला में आसका व प्रवेग कंपनी के प्रबंधक व चालक अश्वनी बीजो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं, वार्डन की तलाश में एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही थी.
बता दें कि राजाजी प्रशासन को ये वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था. ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे. वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर जा रहा था. चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराया और बाद में चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया. दुर्घटना में कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे. वहीं वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में जा गिरीं. वाहन के पीछे चल रहे एक अन्य वाहन में सवार लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व पार्क प्रशासन को दी। साथ ही रेस्क्यू भी शुरू किया.