उत्तरकाशी: भारत-चीन सीमा से सटे सीमांत जिले उत्तरकाशी में बना चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डा बेहद महत्वपूर्ण है. चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर वायुसेना रात के समय अभ्यास करेगी. वायुसेना का यह रात्रि अभ्यास शाम 7 से रात 10 बजे तक चलेगा. यहां बहुउद्देशीय विमान एएन 32 सहित चिनूक, अपाचे, डोनियर, एमआई 17, हरक्यूलिस की सफलतापूर्वक लैंडिंग और टेक ऑफ का अभ्यास पहले हो चुका है. बताया जा रहा है की चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे को वायु सेना अपना एडवांस लैंडिंग ग्राउंड बनाने की कवायद में जुटी है.
बीते रविवार को वायुसेना द्वारा हेलीकॉप्टर के जरिए हवाई अड्डे पर नाइट सिग्नल लाइटें उतारी गईं. इस हवाई अड्डे पर रात्रि में विमान उतरने की सुविधा नहीं थी. रविवार सुबह करीब 10 बजे वायु सेना का हेलीकॉप्टर बरेली एयरबेस से गौचर और फिर चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर पहुंचा जिनसे यहां नाइट सिग्नल लाइटें उतारी गईं. इनकी मदद से अब वायु सेना यहां रात्रि अभ्यास करेगी.
Expansion of Chinyalisaur Airport
उत्तरकाशी में बना चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे का निर्माण 1992-93 में हुआ था. बजट के अभाव से विस्तारीकरण की योजना पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो पाई थी. 46 करोड़ रुपये स्वीकृत भी किए गए थे. इसमें से 40 करोड़ रुपये से यूपी निर्माण निगम ने रनवे की लंबाई 1165 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर बढ़ाई. अब वायुसेना रनवे की लंबाई 150 मीटर और बढ़ाने की मांग कर रही है. जिस से आपातकाल स्थितियों मे सफलतापूर्वक लैंडिंग और टेक ऑफ हो सके.