खुलासा: उत्तराखंड में लापता चल रहे 109 डॉक्टर, सालों से नहीं आ रहे हैं अस्पताल..अब होगी कार्रवाई
प्रदेश के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में तैनात 109 डॉक्टर पिछले 3 साल से लापता है. यह डॉक्टर ने तो अपने कार्यस्थल पर जा रहे हैं, न हीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे जा रहे नोटिसो का जवाब दे रहे हैं.
बेसक सरकार प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए तमाम प्रयास करने के दावे कर रही हो लेकिन प्रदेश के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में तैनात 109 डॉक्टर पिछले 3 साल से लापता है. यह डॉक्टर ने तो अपने कार्यस्थल पर जा रहे हैं, न हीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे जा रहे नोटिसो का जवाब दे रहे हैं. दरअसल स्वास्थ्य विभाग में लोक सेवा आयोग के जरिए डॉक्टरों की नियुक्ति होती है. जिसके बाद डॉक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल में जरूरत के मुताबिक नियुक्ति दी जाती है. लेकिन प्रदेश के कई अस्पतालों में पिछले कुछ वर्षों से डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद से कुछ अता पता नहीं है. कई डॉक्टर तो 5 साल से अनुपस्थित बताए गए हैं ऐसे में मुख्यालय ने सीएमओ से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई थी जिसके बाद इन सभी अनुपस्थिति डॉक्टरों से पत्राचार किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पतालों में तैनात 109 डॉक्टर अनुपस्थित चल रहे हैं. इन 109 डॉक्टर्स में से सबसे अधिक उधमसिंह नगर जिले के 20 डॉक्टर अनुपस्थित चल रहे हैं. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग में 2856 पद स्वीकृत हैं. इसमें से 2512 डॉक्टर कार्यरत हैं और 344 पद रिक्त हैं. उधर, डीजी हेल्थ ने अनुपस्थित डॉक्टरों को लेकर कहा है कि ऐसे डॉक्टर जो लंबे समय से अपने काम पर नहीं आ रहे हैं. उनको नोटिस दिए गए हैं. संतोषजनक जवाब न मिलने पर ऐसे डॉक्टरों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी. बड़ी बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग के पास अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों की पूरी लिस्ट है लेकिन अभी नोटिस से आगे की कार्रवाई पर स्वास्थ्य विभाग भी नहीं बढ़ पा रहा है. नैनीताल जिले में पांच डॉक्टर, बागेश्वर जिले में पांच डॉक्टर, चंपावत जिले में चार डॉक्टर, पिथौरागढ़ जिले में चार डॉक्टर, अल्मोड़ा जिले में 12 डॉक्टर, उधमसिंह नगर जिले में 20 डॉक्टर, देहरादून जिले में 10 डॉक्टर, पौड़ी जिले में 13 डॉक्टर, उत्तरकाशी जिले में छह डॉक्टर, टिहरी जिले में नौ डॉक्टर, रुद्रप्रयाग जिले में तीन डॉक्टर, चमोली जिले में तीन डॉक्टर और हरिद्वार जिले में 15 डॉक्टर अनुपस्थित हैं.