हरिद्वार के थाना भगवानपुर क्षेत्रांतर्गत युवक की हत्या का हरिद्वार पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या के आरोप में मां और उसके तीन बेटों को गिरफ्तार किया है. तीनों भाइयों में एक नाबालिग है. बता दें की रुपयों के लेनदेन को लेकर आरोपियों ने 27 नवंबर को नितिन को मौत के घाट उतार दिया था और अनाज की टंकी में उसका शव छुपा कर फरार हो गये थे. एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि शव बरामद होने पर पुलिस ने जब किराएदारों के बारे में मकान मालिक से जानकारी ली तो पता चला कि किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराया गया था और न ही उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मृतक की जेब से एनटीएल कम्पनी का एक कागज मिला था, जिसके आधार पर कम्पनी के कर्मचारियों से मृतक की शिनाख्त कराई गई. इस पर पता चला कि मृतक नितिन भंण्डारी पुत्र ओम प्रकाश भण्डारी है.
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलेंस के आधार पर उक्त कमरे में किराये पर रहने वालों के मोबाइल नम्बर मिले. जो बुलन्दशहर यूपी की आईडी के थे. जांच में पता चला कि आरोपी घटना के बाद से जयपुर, ग्रेटर नोएडा, बुलन्दशहर, गाजियाबाद अलग-अलग शहरो में ठहरे हुए है. पुलिस ने चार दिसंबर को हत्याकांड के आरोपी गुलशन बेगम पत्नी जफर व एक नाबालिग को पकड़ा. जबकि आजाद पुत्र जफर व नौशाद पुत्र जफर निवासी धमेडा अड्डा, थाना कोतवाली नगर बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश को उनके किराये के कमरे कस्बा हल्दौनी, दादरी ग्रेटर नोयड़ा उप्र से गिफ्तार कर लिया. इनके पास से मृतक से लिए गये एक लाख दस हजार रूपये नगद व मृतक का अन्य सामान बरामद किया गया. पता चला कि आरोपियों ने नितिन से लगभग ढाई लाख रुपये ले रखे थे. जब नितिन उनसे बार-बार रुपये वापस मांगने लगा तो इन लोगों ने उसको मौत के घाट उतार दिया.