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पहाड़ की बेटी ने टोक्यो में रचा इतिहास, WMM मैराथन पूरी करने वाली उत्तराखंड की पहली महिला बनी

रानीखेत निवासी रीति भंडारी सहाय ने 6 विश्व मैराथन को पूरा एक कीर्तिमान स्थापित किया है.उन्होंने बोस्टन, बर्लिन, न्यूयॉर्क, शिकागो, लंदन और टोक्यों में मैराथन रेस को पूरा किया.

कहते हैं कि रास्ते हैं तो मंजिलें हैं, मंजिलें हैं तो हौसला है, हौसला है तो विश्वास है और विश्वास है तो जीत है. रास्तों से जीत के सफर में मंजिलें, हौसला और खुद पर विश्वास बेहद जरूरी है. ये ही वजह है कि आज देवभूमि उत्तराखंड की इस बेटी ने पहाड़ की तमाम रूढ़िवादी परम्पराओं को तोड़ते हुए पहाड़ की अन्य लड़कियों के लिए एक कीर्तिमान और उदाहरण स्थापित किया है. रानीखेत निवासी रीति भंडारी सहाय ने 6 विश्व मैराथन को पूरा एक कीर्तिमान स्थापित किया है. उन्होंने बोस्टन, बर्लिन, न्यूयॉर्क, शिकागो, लंदन और टोक्यों में मैराथन रेस को पूरा किया. रानीखेत निवासी 44 साल की रीति भंडारी को उनकी इस कामयाबी पर पूरा उत्तराखंड बधाई दे रहा है. उनकी इस कामयाबी पर उन्हें सिक्स स्टार मेडल से सम्मानित किया गया है. WMM मैराथन चैम्पियनशिप की शुरुआत साल 2006 में शुरू हुई थी.

भारत में इस खिताब को हासिल करने वाली 6 महिलाएं हैं. लेकिन रीति उत्तराखंड की पहली महिला हैं, जिन्होंने ये कारनामा किया है. रीति का लक्ष्य अब साउथ अफ्रीका में आयोजित होने वाली Comrades मैराथन है, जिसे दुनिया की सबसे लंबी कहा जाता है. उन्होंने बताया कि साल 2010 में कसरत के लिए दौड़ना शुरू किया था, और कठोर परिश्रम के बाद उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है. जानकारी के मुताबिक 44 वर्षीय रीति भंडारी ने साल 2018 में मैराथन में दौड़ना शुरू किया था. सबसे पहले उन्होंने सिंतबर 2018 में बर्लिन मैराथन में भाग लिया था. इसके बाद उन्होंने 2019 अप्रैल बोस्टन और नवंबर में न्यूयॉर्क मैराथन में हिस्सा लिया. जबकि अक्टूबर 2022 में उन्होंने लंदन मैराथन में हिस्सा लिया. शिकागो में पांचवें मैराथन और टोक्यो में मैराथन में भाग लकेर उन्होंन इस संख्या को 6 कर दिया. रीति के पिता रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहन भंडारी बेटी की कामयाबी से काफी खुश हैं. उन्होंने रीति की इस तामयाबी को परिवार और राज्य के लिए गर्व का क्षण बताया. उन्होंने कहा कि रीति को देखकर राज्य की अन्य बेटियां भी प्रेरित होंगी. रीति ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और पति सहित अपने परिवार को दिया है.

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