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उत्तराखंड: 3 महीने से लापता केदार भंडारी की मां का दर्द, कहा मेरा बेटा जिंदा है या मर गया…बस सच बता दें

पुलिस से डरकर गंगा नदी में छलांग लगाने वाले केदार भंडारी का अब तक पता नहीं चल सका है. केदार भंडारी उत्तरकाशी जिला के डुंडा ब्लॉक के चौड़ियात गांव का निवासी था.

पुलिस से डरकर गंगा नदी में छलांग लगाने वाले केदार भंडारी का अब तक पता नहीं चल सका है. केदार भंडारी उत्तरकाशी जिला के डुंडा ब्लॉक के चौड़ियात गांव का निवासी था. 18 अगस्त को जब केदार देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने के लिए घर से जब निकला तो मां-बाप को नहीं पता था कि ये उसकी आखिरी मुलाकात है. वहां से वह 21 अगस्त को वापस ऋषिकेश आया तो उसने अपने घर पर बात कर बताया कि वह तपोवन स्थित एक होटल में रुका है. रात के समय परमार्थ निकेतन में चोरी के मामले में मुनि की रेती पुलिस ने उसको हिरासत में लिया था, जबकि उसके साथ ठहरे अन्य चार युवकों को वहां से भगा दिया. पुलिस ने केदार को लक्ष्मण झूला थाना पुलिस को सौंप दिया. जहां उसको प्रताड़ित किया गया तो वह पुलिस हिरासत से भागकर गंगा में कूद गया. केदार के गंगा में कूदने की कहानी पुलिस बता रही है, जबकि अधिवक्ता और परिजनों को केदार के साथ पुलिस कस्टडी में ही कुछ अनहोनी की आशंका है.

घटना को 3 महीने हो चुके हैं, लेकिन केदार जिंदा है या नहीं, इस बारे में अब तक कोई सूचना नहीं मिल पाई है. मामले में ऋषिकेश पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. अग्निवीर भर्ती के लिए घर से निकलने वाले केदार भंडारी के माता-पिता की आंखें अपने लाल की बांट जोह रही हैं. हर पल बरसती आंखें हर किसी से अपने 19 वर्षीय बेटे को ढूंढ कर लाने की गुजारिश कर रही हैं. उनका बेटा कहां है, किस हालत में है, है भी या नहीं, यह जानने के लिए परिजन पल-पल तड़प रहे है. वहीं, पुलिस की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रही है. रो-रोकर बेटे को याद करने वाली मां का कहना है कि उनका बेटा जिंदा है तो उसे वापस लाए और अगर वह किसी अनहोनी का शिकार हुआ है तो कम से उसका शव ही उनको सौंप दें, जिससे वे मान लें कि उनका बेटा अब वापस नहीं आएगा. वे उसका अंतिम संस्कार तो कर सकेंगे. अब सवाल यह उठता है कि क्या पौड़ी की अंकिता भंडारी की तरह ही पौड़ी का केदार भंडारी भी पुलिसिया कहानी का शिकार बन गया है. केदार के पिता लक्ष्मण सिंह का कहना है कि पुलिस ने उनके बेटे के गंगा में कूदने का कोई प्रमाण नहीं दिखाया है, जिसकी वजह से उन्हें पुलिस की कहानी पर संदेह है और वह इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं. उन्होंने यह भी संदेह जताया है कि पुलिस ने उसके साथ गंभीर वारदात कर उसके शव को भी गायब कर दिया है.

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