उत्तराखंड में आज मौसम शुष्क बना रहेगा. मौसम में फिलहाल किसी बदलाव की संभावना नहीं है. मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को भी हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले को छोड़कर अन्य 11 जिलों में पाला पड़ने की चेतावनी दी है. इससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. शुष्क सर्दी के कारण बुखार, जुखाम, खांसी और दिल के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. जोड़ों के दर्द के मरीज के लिए परेशानी खड़ी हो गई है. दिसंबर महीने में बारिश न होने की वजह से अलग ही ठंड लोगों को परेशान कर रही है. सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. चिकित्सक मरीजों से एहतियात बरतने अपील कर रहे हैं. मौसम पर जलवायु परिवर्तन का लगातार असर दिखाई दे रहा है. सर्दियों में जहां नाम मात्र की बारिश हुई है. वहीं कोहरा भी कम भी दिख रहा है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, घने कोहरे के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं. इससे गेहूं समेत अन्य फसलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि विंटर रेन काफी कम हुई है. पश्चिमी विक्षोभ का भी असर नहीं दिख रहा है, जिसकी वजह से बारिश नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि बारिश न होने के कारण नमी नहीं बन पा रही है. जलवाष्प की मात्रा स्थिर नहीं होने से कोहरा भी नहीं बन रहा है. तापमान में कमी से आद्रता का प्रतिशत बढ़ जाएगा तो कोहरे की स्थिति बन जाएगी. प्रदेश में आज मौसम शुष्क रहने के कारण तापमान बढ़ने की संभावना है. मैदानी इलाकों में फिलहाल बारिश के आसार नहीं है. पहाड़ी क्षेत्रों की सर्द हवाओं से तापमान में फर्क आ सकता है. उधर विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली मोटर मार्ग पर बर्फबारी और पाले से वाहनों के रपटने की घटनाएं हो रही है. इसके बाद सीमा सड़क संगठन ने बर्फ हटाने और नमक छिड़क कर पाला और बर्फ पिघलाने का काम शुरू कर दिया है. बीआरओ के इस काम के बाद पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली है.