Ankita Murder Case: झगड़े में अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फेंक दिया था। इसके बाद उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। पुलकित की यह कहानी पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट के आगे फेल हो गई। एक्सपर्ट ने पाया कि उसका मोबाइल अगले दिन स्विच ऑफ हुआ था। एसटीएफ आरोपितों से मोबाइल बरामदगी के प्रयास करने में जुटी हुई है। सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें ऋषिकेश के आसपास ही कहीं गुप्त ठिकाने पर रखा गया। सुरक्षा के बीच एसआइटी तीनों आरोपितों को रात के समय घटनास्थल पर लेकर आई और सीन रीक्रिएट किया।
एसटीएफ की पूछताछ में पुलकित ने बताया कि उसने हत्या के अगले दिन मोबाइल नहर में फेंका था ताकि अपनी कहानी सिद्ध कर सके। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अब साफ होने लगा है कि पुलकित ने सोची-समझी साजिश के तहत अंकिता की हत्या की थी। 18 सितंबर को नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या को उसने दुर्घटना दर्शाने के लिए मोबाइल को आधार बनाया था। पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट की जांच में पता चला कि उसका मोबाइल अगले दिन दोपहर में बंद हुआ था।
सर्विलांस टीम ने जब उसके लोकेशन खंगाली तो वह सुबह तक रिजार्ट में पाई गई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद रिसार्ट लौटे। उसे इस बात की जानकारी भी थी कि जांच हुई तो वह सीसीटीवी फुटेज में आ सकता है। वह मोबाइल को उसी स्थान पर फेंकना चाहता था, जहां अंकिता को धक्का दिया। सीसीटीवी से बचने के लिए उसने दूसरा रास्ता चुना। मगर, बिना सीसीटीवी में आए वह इस जगह पर नहीं पहुंच सकता था। ऐसे में वह जंगल के रास्ते नहर तक पहुंचा और वहां मोबाइल फेंक दिया।