उत्तराखंड के चमोली जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही. अब तक मिल रही जानकारी के मुताबिक चीन सीमा पर नीती घाटी के उच्च हिमालय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जुम्मा नाले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. नाले में मलबे के साथ भारी बोल्डर भी बहकर आए हैं. एक भारी-भरकम बोल्डर जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया है, जिससे ब्रिज को खतरा पैदा हो गया है. हालांकि नाले में पानी बढ़ने से किसी भी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है. जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा नाले में सोमवार को शाम साढ़े सात बजे अचानक पानी बढ़ गया. पानी के साथ मलबा और पत्थर बहकर आए. जिसे देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी बच गई.
जुम्मा गांव के प्रत्यक्षदर्शी शैलेंद्र रावत ने बताया कि शाम को अचानक नाले में बाढ़ जैसी आ गई. नाले में भारी मात्रा में मलबे के साथ पानी बहकर आया. जबकि उस दौरान जुम्मा क्षेत्र में कहीं भी बारिश नहीं हो रही थी. जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नाले के उद्गम क्षेत्र में अतिवृष्टि से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. रैणी गांव के पूरन सिंह ने बताया कि जुम्मा नाला बढ़ने से धौली गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि नाले में अचानक पानी बढ़ गया है. तपोवन में एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही बीआरओ के अधिकारियों को भी ब्रिज की सुरक्षा के उपाय करने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया कि पानी बढ़ने से किसी भी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.