देहरादून।
भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में अगले 24 से 48 घंटे में नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है. इस बात की प्रबल संभावनाएं बनी हुई है. पिछले दो दिनों से दिल्ली हाई कमान के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की कई दौर की बैठक हो चुकी है. अब जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है।
उत्तराखंड में बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा? इसको लेकर के चर्चाएं पूरे प्रदेश भर में हो रही हैं. इन्हीं चर्चाओं के बीच अगर हम सियासी समीकरणों की बात करें और राज्य गठन से लेकर के अब तक उत्तराखंड में राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर क्या कुछ समीकरण रहे हैं? इसका मुख्यमंत्री से क्या कनेक्शन है? कैसे उत्तराखंड के क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण साधते हुए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होती है? इन सब बातों पर ईटीवी भारत ने वरिष्ठ पत्रकार नीरज कोहली से बातचीत की।
आदित्य कोठारी, प्रदेश महामंत्री, बीजेपी
क्या हैं प्रदेश के समीकरण: प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के मामले में अब तक उत्तराखंड में यह देखा गया है कि जिस भी राजनीतिक दल की प्रदेश में सरकार होती है उसके मुख्यमंत्री और संगठन के मुखिया यानी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखा जाता है। वही बात करे तो इस वक्त उत्तराखंड में भाजपा की सरकार है और मुख्यमंत्री कुमाऊं से है, ठाकुर वर्ग से है. निश्चित तौर से इसी सियासी समीकरण के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष गढ़वाल क्षेत्र से कोई ब्राह्मण चेहरा हो सकता है। ऐसे में मौजूदा स्थिति में देखें तो इसी समीकरण के अनुसार महेंद्र भट्ट पार्टी के अध्यक्ष हैं। वही माना यह भी जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से हुए घटनाक्रम के बाद स्थितियां बदल सकती हैं।
किसकी चमकेगी किस्मत, किसको मिलेगा मौका?- वही गढ़वाल में मौजूद ब्राह्मण चेहरों की अगर बात की जाए तो संगठन में पकड़ और अनुभव को देखते हुए विनोद चमोली, ज्योति प्रसाद गैरोला दो ऐसे चेहरे हैं जिनके दावेदारी अध्यक्ष पद पर प्रबल मानी जा सकती है. वहीं इसके अलावा गढ़वाल के मैदानी क्षेत्र से ही ब्राह्मण चेहरा मदन कौशिक के भी प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावनाएं हैं।
क्या उत्तराखंड बीजेपी को मिल सकती है पहली महिला प्रदेश अध्यक्ष- वहीं, इसके अलावा जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देश भर में महिला प्रतिनिधित्व को लेकर सबको चौंकाया है, ऐसा उत्तराखंड में भी हो सकता है। उत्तराखंड में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को एक महिला प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। जानकार बताते हैं कि आधी आबादी के प्रतिनिधित्व को मजबूत करते हुए ऐसा भी हो सकता है कि पार्टी इस बार किसी महिला चेहरे पर दांव खेल सकती है। वही इसमें गढ़वाल से ही किसी ब्राह्मण महिला नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। इसमें केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल और दीप्ति रावत सबसे प्रबल दावेदार हैं।