उत्तराखंड के आठ जिलों में बुधवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, अन्य पांच जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया. मौसम विभाग ने चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बारिश का रेड अलर्ट और उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, हरिद्वार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, सभी जिलों में बिजली चमकने और तेज गर्जना के साथ कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना है. प्रदेश में भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों के ऊफान पर आने से सड़कें लगातार बंद हो रही हैं. बीते 24 घंटे में कुल 341 सड़कें बंद हुई हैं. इनमें से 193 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं, जबकि 148 सड़कें सोमवार को बंद हुईं. रविवार देर शाम तक 68 सड़कों को खोला जा सका था, जबकि 273 सड़कें अब भी बंद हैं.
प्रदेश में टिहरी-घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग, मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग, लबंगांव-कोटालगांव-घनसाली-तिलवाड़ा, बांसबाड़ा-मोहनखाल मोटर मार्ग, घट्टूगाड़-रिखणीखाल-बीरोंखाल मोटर मार्ग, सिलक्यारा-वनगांव-सरोट मोटर मार्ग, मीनस अटाल, सहिया-क्वानू, चकराता-लाखामंडल, दारागाड़-कथियान सहित कुल 26 राज्य मार्ग बंद हैं. एक दिन पहले इनकी संख्या 14 थी. इससे यात्री जगह-जगह फंसे हुए बताए जा रहे हैं. कई लोग वैकल्पिक मार्गों के जरिये अपने गणत्वय तक पहुंचे. इधर, सरकार ने लोगों को भारी बारिश के दौरान पहाड़ों की यात्रा न करने की सलाह दी है. प्रमुख अभियंता लोनिवि दीपक यादव ने बताया कि प्रदेश में मंगवार देर शाम तक 273 सड़कें बंद थीं, जिन्हें खोलने के लिए मौके पर जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर आदि मशीनों को लगाया गया है. बंद सड़कों में 26 स्टेट हाईवे सहित 10 मुख्य जिला मार्ग, छह जिला मार्ग, 116 ग्रामीण सड़कें और 115 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सोमवार को सड़कों को खोलने के काम में 244 जेसीबी मशीनों को लगाया गया है.