उत्तराखंड

लक्ष्मण झूले की जगह अब ऋषिकेश में बन रहा है भारत का पहला शीशे का पुल..जानिए कब पूरा होगा निर्माण

ऋषिकेश में गंगा के ऊपर बने लक्ष्मण झूले का निर्माण अंग्रेजों के समय वर्ष 1927 से 29 के बीच किया गया था. अब इसकी जगह पर बजरंग सेतु का निर्माण कराया जा रहा है.

India’s first glass bridge is being built in Rishikesh उत्तराखंड का शहर ऋषिकेश योगनगरी के नाम से जाना जाता है. पवित्र नदी गंगा के किनारे बसा शहर अत्यंत खुबसूरत है. दुनियाभर के पर्यटक यहां घूमने-फिरने आते हैं. यहां आने वाला हर एक शख्स गंगा नदी के ऊपर स्थित लक्ष्मण झुला पर अवश्य आता है. हालांकि लगभग 100 साल पुराना यह पुल अभी बंद है और सुरक्षा के लिहाज से इसे अब आवाजाही के लिए नहीं खोला जाएगा. इसकी जगह पर प्रशासन एक और पुल तैयार कर रहा है जो शीशे से बनाया जा रहा है. उत्तराखंड सरकार का लोक निर्माण विभाग यहां ऋषिकेश में बजरंग सेतु का निर्माण करा रहा है, जो लक्ष्मण झूला पुल का विकल्प बनेगा.

लोक निर्माण विभाग ने बताया कि आगामी वर्ष 2023 के जुलाई माह में इस पुल का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि, नए पुल के लिए गंगा के दोनों किनारों पर फाउंडेशन का काम जारी है। बजरंग सेतु के दोनों ओर जो टावर बनाए जा रहे हैं, उन्हें केदारनाथ मंदिर की आकृति की तर्ज पर बनाया जाएगा। टावर की ऊंचाई करीब 27 मीटर होगी। कुल 133 मीटर लंबे और आठ मीटर चौड़ाई वाला यह पुल थ्री लेन का होगा। इस पुल के बीच में छोटे चौपहिया वाहन गुजर सकेंगे। पुल के दोनों तरफ कांच का पैदल पथ बनेगा। इस पर खड़े होकर सैलानी 57 मीटर ऊंचाई से गंगा की बहती जलधारा का अद्भुत नजारा देख सकेंगे और इस पर चहलकदमी कर सकेंगे। इस कांच की मोटाई 65 मिमी होगी, जो बेहद मजबूत होता है। पुल के लिए कुल 68 करोड़ रुपये का बजट स्वीकार किया गया है।

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