उत्तराखंड: बेटी को प्रेमी के साथ देख पिता ने खोया आपा, जिन हाथों से पाला उन्हीं से घोंट दिया नाबालिग बेटी का गला
उधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में नाबालिग लड़की की हत्या का मामला सामने आया है. यहां माता-पिता ने अपनी ही बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. दोनों बेटी के प्रेम प्रसंग के नाखुश थे.
रुद्रपुर के पहाड़गंज में रहने वाली किशोरी ने आत्महत्या नहीं बल्कि मां बाप ने प्रेम प्रसंग से नाराज होकर उसकी गला दबाकर हत्या की थी. उन्होंने हत्या करने के बाद मोहल्लेवासियों को ही नहीं बल्कि रिश्तेदारों को भी किशोरी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कहकर गुमराह किया था. पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है.सोमवार को सीओ सिटी नीहारिका तोमर ने कोतवाली में बताया कि 24 फरवरी को पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रेम प्रसंग से नाराज होकर पहाड़गंज में शफी अहमद और उसकी पत्नी खातून जहां ने अपनी 15 साल की बेटी की हत्या कर दी है. शव को दफनाने के लिए मूल निवास बजावाला थाना अजीमनगर जिला रामपुर के कब्रिस्तान में दफनाने के लिये ले गए हैं. जिसके बाद टीम बजावाला गई थी. शव के चेहरे पर चोट और गले पर चोट के निशान मिलने पर मामला संदिग्ध पाकर उसे कब्जे में लेकर रुद्रपुर लाया गया. यहां पैनल से पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी की मौत की वजह गला घोंटने से होने की पुष्टि हुई थी. इससे साफ हो गया था कि माता पिता ने ही प्रेम प्रसंग के चलते झुब्ध होकर 24 फरवरी की तड़के गला घोंटकर हत्या कर दी थी.
अपना अपराध छिपाने के लिए मृतका के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पैतृक गांव ले गए थे. रंपुरा चौकी प्रभारी नवीन बुधानी ने मृतका के पिता शफी अहमद और मां खातून जहां के खिलाफ हत्या व साक्ष्य छिपाने का केस दर्ज किया. सोमवार को केस के विवेचक इंस्पेक्टर धीरेन्द्र कुमार ने अभियुक्तों को उनके घर से गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त दुपट्टा बरामद कर लिया. बताया कि एलआईयू दरोगा नरेंद्र मनवाल को सबसे पहले सूचना मिली थी और इसी सूचना के आधार पर घटना की गहनता से छानबीन की गई थी. सीओ सिटी ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया था कि दो साल पहले उनको बेटी का पहाड़गंज का रहने वाले एक लड़के से दोस्ती की जानकारी हुई थी. उन्होंने दोनों को फटकारा था और बेटी की पिटाई की थी. भविष्य में लड़के से संबंध नहीं रखने की हिदायत दी थी. 23 फरवरी की रात वे खाना खाकर सो गए थे. 24 फरवरी की सुबह खातूनजहां की आंख खुली तो बेटी कमरे में नहीं थी. उसने पति को जगाया और बेटी की खोजबीन की. वे छत पर गए तो बेटी ऊपर वाले कमरे के बाहर खड़ी थी. छत की तरफ जाते समय किसी के भागने की आवाज सुनाई दी थी. लेकिन छत पर बेटी अकेली थी. पति ने बेटी को थप्पड़ मारे और उसे खींचकर नीचे ले आए थे. यहां उसने बताया कि पड़ोस के लड़के से मिलने छत पर गई थी. आगे पढ़िए –
जिसके बाद पति ने बेटी का मुंह दबाया और उसने दुपट्टे से गला दबाया था. इसके बाद पति ने गला दबाया और उसने बेटी की टांगे पकड़ ली. करीब 20 मिनट तक गला दबाए रखने से उसकी मौत हो गई थी. अभियुक्तों ने बताया कि बेटी की हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए योजना बनाई थी. उन्होंने मोहल्ले वालों से झूठ बोला कि लड़की ने फांसी लगा ली. वे शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते. इसके बाद पति ने बजावाला से रिश्तेदार की गाड़ी मंगवा ली थी. वे शव को लेकर बजावाला पहुंचकर दफनाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस आ गई थी. सीओ ने बताया कि अभियुक्तों ने मोहल्लेवालों के साथ ही रिश्तेदारों को भी बेटी के फांसी लगाने की झूठी जानकारी दी थी. अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी गलत रास्ते पर चली गई थी. इसके लिए उसकी पिटाई भी की गई थी. लेकिन उसने लड़के से मिलना बंद नहीं किया. इससे उनकी आसपड़ोस और बिरादरी में बदनामी हो रही थी. अपनी इज्जत को बचाने के लिये उन्होंने बेटी की हत्या कर दी. पुलिस के अनुसार अभियुक्त शफी फल का ठेला लगाता है. मृतका दूसरे नंबर की थी. बड़ा बेटा केरल में बाइक मिस्त्री का काम करता है.