वन विभाग की समीक्षा बैठक में दिए ये निर्देश
गुलदार एवं अन्य वन्य जीवों के आक्रमण से मानव सुरक्षा के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से एक टास्क फोर्स बनाया जाए. यदि किसी क्षेत्र में किसी बच्चे पर गुलदार हमला करता है, तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के वनाधिकारी एवं डीएफओ की जिम्मेदारी तय की जाए. गुलदार के मानव आक्रमण से संबंधित चिन्हित स्थानों के लिए एक्शन प्लान बनाया जाए साथ ही वन क्षेत्र में अवैध खनन एवं अवैध पातन पर सख्त कार्रवाई की जाए. वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किये जाएं. वनों के संरक्षण एवं वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा जन जागरूकता के साथ जन सहभागिता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए और वनों के संरक्षण, भूस्खलन को कम करने के लिए वन विभाग द्वारा इनोवेटिव प्रयास किये जाएं. इनोवेटिव कार्यों के लिए वन विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य दिया जाए. जंगली जानवरों से किसानों को नुकसान न हो, इसके लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए.
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में दिए ये निर्देश
CM धामी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में सड़क एवं पुलों के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि कार्यों को निर्धारित समयवधि में पूरा करने के साथ गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. कार्यों की गुणवत्ता में कोई शिकायत आई तो, संबंधित अधिकारियों एवं एजेंसियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी. जनहित में अधिकारियों को कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार में सुधार लाना होगा साथ ही प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने हैं.
प्रदेश के विकास व जनहित के लिए न चैन से सोऊँगा और न अधिकारियों को चैन से सोने दूंगा. लोक निर्माण विभाग के अवशेष कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. विभाग टारगेट का ग्राफ बनाकर लक्ष्य पूरा करें. चारधाम यात्रा मार्गों पर लैण्ड स्लाईड जोन के लिए 7 दिन में एक्शन प्लान बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. साथ ही लैण्ड स्लाईड जोन में उपकरणों की व्यवस्था, रिस्पांस टाइम कम करने व संवेदनशील लैण्ड स्लाईड जोन पर लोंगटर्म ट्रीटमेंट कर स्थाई समाधान निकालने के निर्देश दिए.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा बैठक में अधिकारियों के अधूरी तैयारी के साथ आने पर बैठक बीच में ही स्थगित कर दी. धामी ने अधिकारियों को एक सप्ताह बाद, पिछले पांच सालों में हुए कार्यों व प्रगतिशील कार्यों की जानकारी के साथ आने के निर्देश दिए. बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी , मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव एस. ए. मुरूगेशन एवं संबधित अधिकारी उपस्थित रहे.