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पौड़ी SDM ने दी NSUI नेता को मारने की धमकी, हरिश रावत ने सरकार को घेरा, देखें वीडियो

तहसील प्रशासन और एनएसयूआई नेता के बीच मामला इतना गरमा गया कि हाथापाई तक की नौबत आ गई। आगे पढ़िए क्या है पूरा मामला।

पौड़ी: शनिवार को पौड़ी तहसील प्रशासन और एनएसयूआई नेता के बीच जमकर तकरार हो गई। तहसील प्रशासन और एनएसयूआई नेता के बीच मामला इतना गरमा गया कि हाथापाई तक की नौबत आ गई। देश में पहली बार आयोजित हो रही अग्निवीर भर्ती रैली को लेकर युवा में खासा उत्साह है। साथ ही जरूरी प्रमाण पत्रों को बनाने के लिए तहसील में युवाओं की भीड़ बड़ी संख्या में उमड़ रही है। तहसील प्रशासन द्वारा पिछले 10 अगस्त से 12 घंटों तक कार्य किया जा रहा है। गौरतलब है कि पौड़ी जिले की भर्ती आगामी 23, 24 व 25 अगस्त को होनी है। ऐसे में युवाओं को प्रमाण पत्र के लिए तहसील में कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है।

एसडीएम सदर आकाश जोशी ने बताया कि एनएसयूआई नेता नितिन बिष्ट करीब 8 बजे तहसील पहुंचकर बवाल काटने लगे। पहले तो तहसील प्रशासन ने नितिन बिष्ट को समझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित एनएसयूआई नेता कुछ सुनने को तैयार नहीं था। फिर एसडीएम पौड़ी आकाश जोशी ने आकर एनएसयूआई नेता को समझाने के लिए अपने आफिस में ले जाना चाहा। मगर इस बीच एनएसयूआई नेता और एसडीएम के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई। इसके लिए एसडीएम के स्टाफ ने बीच बचाव कर दोनों को छुड़ाया। इसके बाद एसडीएम जोशी ने पुलिस को बुलाया। एसडीएम के अनुसार तब तक नितिन बिष्ट फरार हो गया।

एसडीएम ने सरकारी कार्य में बाधा डालने व गाली गलौज करने के आरोप में थाने में नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, पूरे मामले में हरीश रावत ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा कि भर्ती के दौरान एक नौजवान ने कुछ सवाल उठाए। क्योंकि अग्निवीर प्रमाण पत्रों को लेकर परेशान थे, भोजन की व्यवस्था नहीं थी और जब किसी नौजवान ने ये बातें प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से जो वहां उपस्थित थे उनसे कही, तो उसके साथ जो व्यवहार हुआ है। वह पूरी तरह से गलत है। उस युवक पर सरकारी कामकाज में बाधा डालने की FIR का दर्ज करना, इस सरकार के अमानवीय चेहरे को दर्शाने के लिए काफी है।

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