उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक होमस्टे में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी जिसके बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. घटना जिले के संगमचट्टी इलाके के कफलौं गांव की है. पुलिस ने बताया कि पिछले एक साल से ‘कफलौं बेसिक्स होमस्टे’ में काम कर रही 18 वर्षीय अमृता रावत द्वारा कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलने पर निकटवर्ती भंकोली गांव से उसके परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे. हालांकि, घटनास्थल के हालात को देखते हुए उन्होंने इसे आत्महत्या मानने से इंकार कर दिया और इसे हत्या बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की. आक्रोशित ग्रामीणों ने होमस्टे के मालिक और एक कर्मचारी पर अमृता की हत्या का आरोप लगाते हुए उनके साथ मारपीट भी की
एक ग्रामीण ने बताया कि फंदे से लटकी युवती का शव मामले के संदिग्ध होने की ओर इशारा कर रहा है. उन्होंने बताया कि युवती के पांव जमीन को छूते दिखाई दे रहे हैं जो होमस्टे के कर्मचारियों की उसके आत्महत्या करने की बात को गलत साबित कर रहे हैं. ग्रामीणों ने मौके पर हंगामा करते हुए पुलिस को शव नहीं उठाने दिया. पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार के मौके पर पहुंचने के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा जा सका. ग्रामीणों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. होमस्टे के मालिक और एक कर्मचारी को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. अमृता होमस्टे के मालिक के बच्चों की देखभाल करती थी.