उत्तराखंड: फर्जी प्रमाणपत्र से नौकरी करना पड़ा महंगा, सहायक अध्यापिका निलंबित
पौड़ी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुमाल्ड़ी में सेवारत सहायक अध्यापिका शशि प्रभा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
पौड़ी के रिखणीखाल ब्लॉक में राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुमाल्डी में सेवारत एक सहायक अध्यापिका के इंटरमीडिएट का अंक व प्रमाणपत्र फर्जी मिला. इस पर जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक शिक्षा सावेद आलम ने सहायक अध्यापिका को निलंबित कर दिया. उन्होंने निलंबित अध्यापिका को उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय रिखणीखाल संबद्ध किया है. मामले की विस्तृत जांच उप शिक्षा अधिकारी नैनीडांडा को सौंप 20 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. उच्च न्यायालय नैनीताल में दायर जनहित याचिका की सुनवाई में 2020 को जारी अदालत के आदेश के अनुपालन में प्राथमिक शिक्षा विभाग शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच में जुटा है.
ब्लॉक रिखणीखाल के राप्रावि कुमाल्डी में सेवारत एक सहायक अध्यापिका शशि प्रभा के इंटरमीडिएट के अंक व प्रमाणपत्र को जांच के लिए लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ भेजा गया था, जहां उसे फर्जी बताया गया. रिखणीखाल के उप शिक्षा अधिकारी ने मामले में अग्रिम कार्रवाई के लिए संस्तुति कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा पौड़ी भेजी. जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक शिक्षा सावेद आलाम ने बताया कि सहायक अध्यापिका शशि प्रभा के इंटरमीडिएट का अंक व प्रमाणपत्र जांच में फर्जी मिला है. इस कारण उन्हें निलंबित कर दिया है. उप शिक्षा अधिकारी नैनीडांडा को मामले की जांच सौंप 20 दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही निलंबित सहायक अध्यापिका को 15 दिनों में अपना पक्ष रखने का मौका भी दिया गया है.