चारधाम यात्रा में लगेगी कुमाऊं के डॉक्टर्स की ड्यूटी, इस बार 11 भाषाओं में जारी होगी SOP
स्वास्थ्य विभाग ने इस बार चारधाम यात्रा में कुमाऊं के चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाये जाने का निर्णय लिया है. इससे यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी.
चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य महकमा तैयारियों में जुट गया है. बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में निर्माणाधीन अस्पतालों को यात्रा से पहले शुरू किया जाएगा. कैबिनेट की मंजूरी के बाद अस्पतालों में चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए शार्ट टर्म टेंडर किए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग ने इस बार चारधाम यात्रा में कुमाऊं के चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाये जाने का निर्णय लिया है. इससे यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी. यात्रा रूटों पर तैनाती से पहले स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार के अनुसार चारधाम यात्रा में करीब 100 से लेकर 150 चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाती है.
इस बार यह प्रयास किया जा रहा है कि यात्रा से जुड़े जिलों जैसे उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों को डिस्टर्ब ना करके कुमाऊं और अन्य जिलों के चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ को चार धाम यात्रा में पोस्टेड किया जाए. उन्होंने बताया यात्रा मार्गों पर में तैनाती से पहले सभी डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. स्वास्थ्य सचिव ने बताया, चारधाम यात्रा में विदेशों के साथ ही देश के तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार देखने को मिलता है, कि लोकल भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन न होने के चलते श्रद्धालुओं को गाइडलाइन समझने में दिक्कतें होती है. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल एक बड़ी पहल करते हुए हिंदी-अंग्रेजी के अलावा नौ अन्य भाषाओं में एसओपी जारी की थी. इस बार भी कुल 11 भाषाओं में एसओपी जारी होगी. कहा, अन्य भाषाएं जिसमें बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया भाषा में भी एसओपी जारी की जाएगी.