देवभूमि शर्मसार: 42 साल के मजदूर ने ढाई साल की मासूम को बनाया हवस का शिकार, खून से लथपथ मिली बच्ची
कालाढूंगी थाना क्षेत्र में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां 42 साल के मजदूर ने ढाई साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाया. फिर उसे खून में लथपथ हालत में छोड़कर फरार हो गया.
उत्तराखंड में ये क्या हो रहा है ? ये सवाल पूछना इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि बेटियां खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही. कुछ घटनाओं की वजह से देवभूमि की शान पर काला धब्बा लग रहा है. इस बीच एक और बेटी हैवानियत का शिकार हुई है. ये वारदात ज्यादा दूर नहीं बल्कि उत्तराखंड के नैनीताल की है. यहां कालाढूंगी थाना क्षेत्र में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां 42 साल के मजदूर ने ढाई साल की मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाया. फिर उसे खून में लथपथ हालत में छोड़कर फरार हो गया. मासूम बच्ची की स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, बिहार निवासी दंपती कोटाबाग क्षेत्र के एक गांव में मजदूरी करते हैं. शुक्रवार सुबह दंपती मजदूरी के लिए चले गए. तभी बिहार निवासी कमल ऋषि उनके झाले में घुस गया और वहां खेल रही बच्ची से दुष्कर्म किया जिससे वह लहूलुहान हो गई. कुछ देर बाद मां-पिता लौटे तो बच्ची को रोते देखा. उसकी हालत देख वे उसे सीएचसी कोटाबाग ले गए.कालाढूंगी थाना प्रभारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि कोटाबाग के ग्राम चांदपुर के शेरपुर में रिसॉर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है. यहां बिहार के कटिहार जिले का एक परिवार मजदूरी करता है. शुक्रवार दोपहर बाद बच्ची के माता-पिता उसे खून से लथपथ हालत में लेकर अस्पताल पहुंचे थे. जांच पड़ताल में प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. बच्ची की पीठ पर रगड़ के निशान भी मिले हैं. थाना प्रभारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
आप को बता दे आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है, जो पीड़ित परिवार के साथ ही मजदूरी करने का काम करता था. आरोपी की उम्र करीब 42 साल है.शुक्रवार को मजदूर और उसकी पत्नी दोनों काम करने गए थे. इस दौरान उनके साथ काम करने वाला एक अन्य मजदूर उनकी झोपड़ी में घुस गया. ढाई साल की बच्ची को अकेला पाकर उसने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. कुछ समय बाद जब बच्ची की मां लौटी तो उसे बच्ची लहूलुहान हालत में मिली. इसके बाद साथी मजदूर आनन-फानन में बच्ची को सीएचसी कोटाबाग ले गए. कोटाबाग के डॉक्टर ने हायर सेंटर रेफर किया. डॉक्टर सलीम अंसारी ने मामले को गंभीर बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया. सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची. इस दौरान आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. एसओ नंदन सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.