देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने गुजरात के सूरत शहर में आयोजित स्मार्ट अर्बनाइजेशन कांफ्रेंस में देहरादून को स्मार्ट माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी को बेस्ट सिटी का अवार्ड दिया गया. जिसमें देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को वॉटर प्रोजेक्ट के अन्तर्गत वेहतरीन कार्यो हेतु इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड 2020 के तहत वॉटर अवॉर्ड श्रेणी मे तथा सिटी अवॉर्ड श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया. देहरदून स्मार्ट सिटी परियोजना के अर्न्तगत देहरादून शहर में जल की पूर्ति हेतु पंपिंग एक्यूरेसी बढ़ाने के लिए एस्को मॉडल लागू किया जा रहा है. इस मॉडल का सबसे बड़ा फायदा यह है, कि इससे पंपिंग में होने वाली ऊर्जा खपत में बहुत अधिक बचत होती है. दस वर्षों में पैंतीस करोड़ रुपयों की ऊर्जा बचाने की उम्मीद है.
केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री हरदीप पुरी के हाथों यह अवार्ड सहायक महाप्रबंधक वाटर वर्क्स के. पी. चमोला और जनसंपर्क अधिकारी प्रेरणा ध्यानी ने प्राप्त किया. अवार्ड प्राप्त होने पर खुशी व्यक्त करते हुए स्मार्ट सिटी के सीईओ डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में पेयजल की विभिन्न योजनाओं पर काम किया जा रहा है. इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं. भविष्य में देहरादून की पेयजल व्यवस्था जल संरक्षण और ऊर्जा संरक्षण के लिहाज से अहम साबित होगी. पानी की बर्बादी रोकने के लिए ओवरहेड टैंक और स्टोरेज टैंक में सेंसर लगाए जा रहे हैं. इससे प्रतिदिन 1.75 मिलियन लीटर पानी की बचत होगी. करीब 50 वर्ष पुरानी पेयजल लाइनों को बदला जा रहा है. साथ ही स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. शहर में 24 स्थलों पर वाटर एटीएम लगाए जाने हैं. कई स्थलों पर वाटर एटीएम लगाए जा चुके हैं. इनके माध्यम से जनता को एक रुपये में 300 मिलीलीटर और महज 14 रुपये में पांच लीटर शीतल पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है.