उत्तराखंडरुद्रप्रयाग

केदारनाथ आने वाले वाहन कुंड पुल पर भरेंगे फर्राटा, 1 महीने बाद शुरू हुई वाहनों की आवाजाही

छोटे वाहनों के लिये केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग का अहम पड़ाव कुंड पुल आवाजाही के लिए खुल गया है.

केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों के लिये अच्छी खबर है. छोटे वाहनों के लिये केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग का अहम पड़ाव कुंड पुल आवाजाही के लिए खुल गया है. गुरुवार दोपहर से पुल छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया. हालांकि, भारी वाहनों को अब भी चुन्नी बैंड वाले वैकल्पिक मार्ग से ही जाना होगा. वहीं, पुल के पास प्रस्तावित बेली ब्रिज के निर्माण का कार्य भी तेजी से चल रहा है. बता दें कि पिछले माह अत्यधिक बारिश के कारण मंदाकिनी नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई थी, जिसके बाद केदारनाथ हाईवे पर कुंड में स्थित मोटरपुल के आधार स्तम्भों को खतरा पैदा हो गया था. दुर्घटना को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने पुल से आवाजाही बंद करवा दी थी. लगातार पुल के दोनों छोरों पर कार्य किया गया और अब पुल को फिलहाल छोटे वाहनों की आवाजाही के लायक बना दिया गया है. इस पुल के खुलने से छोटे वाहनों को चुन्नीबैंड-कालीमठ मोटरमार्ग से आवाजाही नहीं करनी पड़ेगी और यहां लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी.

कुंड-गुप्तकाशी मोटरमार्ग का सुधारीकरण पिछले यात्रा सीजन के बाद हो गया था. यहां हाईवे का चौड़ीकरण होने से जाम भी नहीं लग रहा है. वहीं, दूसरी ओर कुंड स्थित पुल के निकट ही वैली ब्रिज लगाने की दिशा में कार्य शुरू हो गया है. एनएच ने वैली ब्रिज पुल का स्टीमेट शासन को भेज दिया है और स्वीकृति मिलते ही इस पुल भी कार्य शुरू किया जाएगा. इधर, यात्रा मार्ग पर संगम सुरंग का मरम्मत कार्य भी करीब पूरा होने को है. आगामी 15 सितंबर तक सुरंग आवाजाही के लिए खोल दी जाएगी. इसके अलावा सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वॉश आउट क्षेत्र में भी छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करने के लिए तेजी से कार्य चल रहे हैं. मौसम ठीक रहा और पहाड़ी से भारी बोल्डर नहीं आए तो तीन से चार दिन के बीच छोटे वाहनों की आवाजाही यहां भी शुरू हो जाएगी.

यह भी पढ़ें -  टिहरी: गुलदार की धमक से दहशत का माहौल, खेत में काम कर रही बुजुर्ग महिला पर हमला
Back to top button