देहरादून।
उत्तराखंड में आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे अपात्र लोगों की छंटनी स्वस्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है। आपको बता दें कि प्रदेश में स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नई व्यवस्था शुरू की है। जिसके तहत अब वहीं व्यक्ति आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकेगा, जिनका राशन कार्ड, खाद्य विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर दिखाई देगा। दरअसल, हाल ही में खाद्य विभाग ने बड़े स्तर पर राशन कार्ड निरस्त कर दिए थे, लेकिन जिन लोगों के राशन कार्ड निरस्त किए गए थे वो पहले से ही राशन कार्ड के जरिए आयुष्मान कार्ड बनवा चुके थे। साथ ही आयुष्मान कार्ड के जरिए स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। उत्तराखंड में आयुष्मान योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के लिए राशन कार्ड अनिवार्य है। लेकिन हजारों लोग जिनका राशन कार्ड निरस्त हो चुका है, वह अभी भी आयुष्मान कार्ड के जरिए स्वास्थ्य सुविधा का लाभ ले रहे हैं। जिस पर लगाम लगाए जाने को लेकर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने नई प्रक्रिया शुरू की है, ताकि इस फर्जी वाले पर लगाम लगाई जा सके. ऐसे में जिन लोगों के राशन कार्ड समाप्त कर दिए गए हैं, वह लोग आयुष्मान कार्ड का लाभ ना उठा पाए, इसके लिए उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने पहल शुरू कर दी है।
आयुष्मान निदेशक विनोद टोलिया ने बताया है कि बड़े पैमाने पर लोगों के राशन कार्ड निरस्त हुए हैं। जबकि उसके बाद भी लोग आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं। लेकिन अब विभाग ने भी इन अपात्र लोगों की छंटनी शुरू कर दी है। डॉक्टर टोलिया ने बताया है कि हर दिन लोगों का डाटा चेक किया जा रहा है और खाद्य विभाग से मिले राशन कार्डो का मिलान किया जा रहा है जिसके तहत अपात्र लोगों के आयुष्मान कार्डों को निरस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि इससे राज्य सरकार पर पड़ने वाले वित्तीय बार पर भी नहीं बढेगा। साथ ही पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाने का मौका भी मिलेगा।
विनोद टोलिया, आयुष्मान निदेशक, उत्तराखंड