उत्तराखंड

कांवड़ यात्रा पर बाइक से आ रहे हैं उत्‍तराखंड तो इस बात का रखना होगा ध्‍यान, कानून तोड़ा तो खैर नहीं

आज चार जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है। लेकिन इस बार कांवड़ यात्री अपनी बाइक से साइलेंसर नहीं निकाल पाएंगे। पुलिस विभाग ने ऐसे बाइक चालकों से सख्ती से निपटने की योजना बनाई है।

आज चार जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है. लेकिन इस बार कांवड़ यात्री अपनी बाइक से साइलेंसर नहीं निकाल पाएंगे. पुलिस विभाग ने ऐसे बाइक चालकों से सख्ती से निपटने की योजना बनाई है. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि बाइक से साइलेंसर निकालकर अत्याधिक ध्वनि प्रदूषण होता है. उन्होंने अधीनस्थों को निर्देशित किया है कि ऐसे चालकों की बाइक बार्डर पर ही सीज कर दी जाएं. इसको लेकर बार्डर क्षेत्र की थाना-चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. कांवड़ यात्रा के दौरान हर वर्ष बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों से कांवड़ यात्री गंगाजल लेने हरिद्वार आते हैं. पुलिस विभाग के अनुसार, इस वर्ष करीब चार करोड़ कांवड़ यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने की संभावना है.

अक्सर देखा जाता है कि कई कांवड़ यात्री अपनी बाइक से साइलेंसर निकालकर यात्रा करते हैं. इस कारण अधिक ध्वनि प्रदूषण होता है. यात्रा शांतिपूर्ण संपन्न करवाने और हुड़दंगियों से सख्ती से निपटने के लिए पुलिस विभाग ने भी कमर कस ली है. इसके लिए बाइक से साइलेंसर निकालकर यात्रा करने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के अनुसार, कांवड़ यात्रा के दौरान साइलेंसर निकालकर बाइक चलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. बार्डर पर चेकिंग के दौरान यदि बिना साइलेंसर वाली बाइक नजर आती है तो उसे तत्काल सीज कर दिया जाएगा. इसको लेकर अधीनस्थों को निर्देशित किया जा चुका है. साथ ही उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों के पुलिस अधिकारियों से भी सहयोग की अपील की गई है.

यह भी पढ़ें -  धामी कैबिनेट में कई फैसलों पर लगी मुहर, जुड़वां या ज्यादा बच्चे चुनाव में बाधा नहीं.. खिलाड़ियों पर भी बड़ा फैसला
Back to top button