उत्तराखंड

महंगाई की मार: सब्जियों के दाम छूने लगे आसमान,महंगाई से जनता के हाल हुए पस्त  

फिलहाल, शहर के बाजारों में टमाटर के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है.बरसात के शुरू होते ही सब्जियों के दामों ने आसमान छूना शुरू कर दिया है.

एक गीत के कुछ शब्द याद आ रहे हैं महंगाई मार गई…. जी हां आज महंगाई की मार से आम जनता परेशान होती नजर आ रही है. इस पर अब सब्जियों के दामों में उछाल ने आम लोगों का खाना-पीना तक मुश्किल कर दिया है.सब्जियों के दाम बारिश के बाद आसमान छूने लगे. दाम बढ़ने के पीछे मैदानी क्षेत्रों में वर्षा बताई जा रही है. सब्जी विक्रेता शहजाद अली ने बताया कि नजीबाबाद मंडी में भी कम सब्जी पहुंच रही है. ऐसे में ताजा सब्जी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है.बरसात के कारण कुछ दिन में आलू टमाटर व प्याज के दाम और अधिक बढ़ सकते हैं.

बरसात के शुरू होते ही सब्जियों के दामों ने आसमान छूना शुरू कर दिया है. एक सप्ताह पूर्व चालीस रुपये किलो बिकने वाला टमाटर अब 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है. लगातार बढ़ रही महंगाई का सबसे बड़ा असर गरीब व सामान्य परिवारों पर पड़ रहा है.यही नहीं, कई सब्जियों के दामों में अभी और अधिक उछाल देखने को मिल सकता है.गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार के बाजार में अधिकांश सब्जियां मैदानी क्षेत्रों से आती हैं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दामों ने आम जन की जेब ढीली कर दी है.सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे मैदानी क्षेत्रों में वर्षा बताई जा रही है.सब्जी विक्रेता शहजाद अली ने बताया कि नजीबाबाद मंडी में भी कम सब्जी पहुंच रही है.

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ऐसे में ताजा सब्जी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है. बरसात के कारण कुछ दिन में आलू, टमाटर व प्याज के दाम और अधिक बढ़ सकते हैं.सब्जियों के बढ़ रहे दाम का असर नागरिकों की थालियों में दिखने लगा है.सब्जी व्यापारियों ने बताया कि महंगाई के कारण अधिकांश ग्राहक पाव भर सब्जी ही खरीद रहे हैं.महंगी सब्जियों से लोगों को कब राहत मिलेगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. इधर, गृहणियों ने सब्जियों के दाम बढ़ने पर थाली में सब्जी की मात्रा में कटौती करनी शुरू कर दी है. अधिकांश गृहणियां टमाटर खरीदने के बजाय टोमेटो प्यूरी से काम चलाने लगी हैं.

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