उत्तराखंडक्राइम

अमृतपाल को लेकर उत्तराखंड में हाई अलर्ट,  सोशल मीडिया की भी हो रही मॉनिटरिंग

भारत सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है. उत्तराखंड के हाई अलर्ट वाले जिले उधमसिंह नगर में पुलिस ने एक युवक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है.

बीते तीन दिन से पंजाब पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन  के प्रमुख अमृतपाल की तलाश में लगी हुई हैं, लेकिन अमृतपाल का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है. वहीं भारत सरकार के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है. उत्तराखंड के हाई अलर्ट वाले जिले उधमसिंह नगर में पुलिस ने एक युवक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है.  सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग की जा रही है.राज्य में खुफिया एजेंसी व एसटीएफ को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य की खुफिया एजेंसी सहित अन्य पुलिसकर्मी इस मसले पर निगरानी बनाए हुए है.अफवाह फैलाने वालों के अलावा सोशल मीडिया पर की जाने वाली पोस्ट पर नजर रखी जा रही है.पुलिस इस मामले में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है.इस मामले में उत्तराखंड इसलिए भी संवेदनशील है, क्योंकि पूर्व में उत्तराखंड अक्सर अपराधियों की शरणस्थली रहा है.

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कई बार हरियाणा और पंजाब के बदमाश ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार और देहरादून में छिपे मिले.उनकी गिरफ्तारियां भी हुईं.ऊधमसिंह नगर के अलावा हरिद्वार और देहरादून में हर पहलू पर सतर्कता बरती जा रही है.मामले को लेकर उत्तराखंड पुलिस पड़ोसी राज्यों की पुलिस और एजेंसियों से भी संपर्क बनाए हुए है.बता दें कि इससे पहले पंजाब पुलिस ने कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह से जुड़े पांच लोगों के खिलाफ कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लागू करते हुए मामले में ‘आईएसआई पहलू’ होने की आशंका जताई. वहीं अमृतपाल के समूह ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ जारी राज्यव्यापी कार्रवाई के बीच उसके चाचा हरजीत सिंह और वाहन चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार रात को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. अधिकारियों के अनुसार ‘वारिस पंजाब दे’ के खातों को संभालने वाला हरजीत सिंह उन 5 लोगों में शामिल है, जिनके खिलाफ रासुका के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

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