देहरादून के सहस्रधारा रोड स्थित एक घर में मजार बनी होने की सूचना पर विवाद खड़ा हो गया. हिंदू नेताओं ने नगर पुलिस-प्रशासन को इस बारे में ज्ञापन दिया है और इस अवैध मजार को हटाने की मांग की है. हिंदू संगठनों का आरोप है कि यहां मजार बनाकर झाड़-फूंक का धंधा चलाया जा रहा है और भोली-भाली हिंदू जन मानस के साथ धोखा किया जा रहा है. मजार परिसर में इस्लामिक संकेत 786 बनाए गए हैं, जो बहुत ही दुखद और चिंताजनक है. वीर सावरकर संगठन के अध्यक्ष कुलदीप स्वैडिया ने बताया कि पौड़ी गढ़वाल के सतपुली के निवासी विवेक घिल्डियाल के परिवार ने अपने घर परिसर में एक फर्जी मजार बना रखी है. जिसमें की इस्लामिक संकेत 786 अंकित है.
यह मजार अवैध रूप से बिना सरकारी अनुमति के बनाई गई है. जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि कोई भी धार्मिक स्थल बिना डीएम की अनुमति के नहीं बनाया जा सकता है बता दें की रविवार को कुछ हिंदू संगठनों को सूचना मिली कि सहस्रधारा रोड स्थित एक हिंदू व्यक्ति के घर पर मजार बनी हुई है. इस पर वहां बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया. काफी देर तक दोनों पक्षों में बहस होती रही. इसके बाद मामले की सूचना पुलिस चौकी आइटी पार्क को मिली. तुरंत पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई. दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया. जिस पक्ष की ओर से अपने घर पर मजार बनाई है, उनका कहना है कि उन्होंने अपनी जमीन पर मजार बनाई है, इसलिए इस पर किसी को एतराज नहीं होना चाहिए. वहीं हिंदू संगठनों के लोगों ने कहा कि उन्हें लगा था कि सरकारी भूमि पर मजार बनाई गई है, जिस पर धर्मांतरण हो रहा है. मौके पर ऐसा कुछ नहीं पाया गया. ऐसे में दोनों पक्षों में समझौता हो गया.