विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढेला जोन में स्थित रेस्क्यू सेंटर में एक बाघिन ने अपने 3 शावकों को जन्म दिया था. बाघिन और उसके 3 बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ थे लेकिन तभी खबर आई कि जन्म देने के बाद बाघिन ने अपने तीनों बच्चों को खुद खा लिया. इस बाघिन को कुछ दिनों पूर्व शिकारियों से बचाकर कॉर्बेट प्रशासन रेस्क्यू सेंटर लाया गया था. बाघिन के अपने ही शावकों का निवाला बनाने का यह पहला मामला नहीं है, लेकिन ऐसे मामले दुलर्भ ही होते हैं. मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की ओर से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. ढेला रेस्क्यू सेंटर में बाघिन ने तीन शावक को जन्म दिया था. बताया जा रहा है कि कमजोर होने के कारण दो शावकों की मौत हो गई थी, जिन्हें बाघिन खा गई. 19 जुलाई को विशेषज्ञ पैनल ने भी बाघिन और एक शावक को स्वस्थ पाया था. कॉर्बेट निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि दो दिन पहले ही बाघिन अपने तीसरे शावक को दूध भी पिला रही थी.
शावक और बाघिन की सीसीटीवी से वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी और उनकी टीम लगातार निगरानी कर रही थी. 22 जुलाई को शावक सीसीटीवी में नजर नहीं आया तो उसे बाड़े में खोजा गया, लेकिन शावक या उसका शव नहीं मिला. इससे प्रतीत होता है कि बाघिन ने पहले दो शावकों की तरह इस तीसरे शावक को भी निवाला बना लिया. बाघिन वर्तमान में सामान्य आहार ले रही है और पूर्ण रूप से स्वस्थ प्रतीत हो रही है. उसके व्यवहार की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. बाघिन के अपने ही शावकों को निवाला बनाने का यह पहला मामला नहीं है. ऐसी घटनाएं देश और विदेश में पहले भी रिपोर्ट की गई है. भारत में पिछले साल ही महाराष्ट्र के पेंच टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के खुर्सापार इलाके में एक बाघिन को अपने एक माह के शावक को खाते देखा गया था. येरुशलम बाइबिल चिड़ियाघर में भी बाघिन ने अपने पांच सप्ताह के दो शावकों को निवाला बना लिया था. बहरहाल, इस मामले में कॉर्बेट निर्देशक से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है.