देहरादून में बीते दिनों एक के बाद एक लगातार 5 चेन स्नेचिंग की घटनाओं को बदमाशों ने अंजाम दिया था. राजधानी देहरादून में एक साथ हुई चैन स्नैचिंग की कई वारदातों ने देहरादून पुलिस की मुस्तैदी की पोल खोल कर रख दी थी. इस घटना के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने जिले के सभी अधिकारियों को भी तलब किया था. इसके बाद एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने अगले दिन यानी 29 अप्रैल को सभी थाना इंचार्जों को 48 घंटे की मोहलत देते हुए कहा कि लुटेरे अगर नहीं पकड़े गए तो सभी को पद मुक्त कर दिया जाएगा. लेकिन न तो एसएसपी के निर्देश पर पुलिस कुछ कर पाई ओर न ही कप्तान ने अपने आदेशों पर कोई कार्रवाई की. दून पुलिस इन लुटेरों की तलाश में खाक छानती रही और उधर यूपी की शामली पुलिस इन लुटेरों को पकड़कर ले गई.
शामली पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी जुगनू, सोनू, कन्हैया और बिल्लू एक ही गिरोह के लुटेरे हैं. आरोपी जुगनू दून के सहसपुर का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि इस गैंग के गिरफ्तार लोगों में वर्ष 2014 में देहरादून में हुई डकैती का मास्टर माइंड भी है. बता दें कि मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही दून पुलिस की कार्यशैली पर लगातार इन दिनों सवाल उठ रहे थे. ऐसे में देहरादून में आतंक मचाने वाले इन चेन स्नेचर गिरोह के मुख्य अभियुक्तों के खिलाफ 25-25 इनाम का इनाम बीते शनिवार को घोषित किया गया था. इनाम घोषित होते ही दून पुलिस की जगह शामली पुलिस ने चेन लुटेरों को गिरफ्तार किया है.