उत्तराखंड

उत्तराखंड: 20 लाख में रचा गया था कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र, शूटरों ने कर ली थी रेकी

आपको बता दें की ऐसा पहली बार है जब राज्य के किसी कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश रचे जाने का खुलासा हुआ है.

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या कराने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है. आपको बता दें की ऐसा पहली बार है जब राज्य के किसी कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश रचे जाने का खुलासा हुआ है.  कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश की खबर ने उत्तराखंड में हड़कंप मचा दिया है. मामले में जहां पहले ही उधम सिंह नगर पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं इस साजिश के पीछे की वजह और इससे जुड़े बाकी लोगों के तार भी जोड़े जा रहे हैं. सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बीते रविवार की देर शाम को कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि भाजपा नेता उमाशंकर दुबे ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि कोटाफार्म सिसौना निवासी हीरा सिंह थाना सितारगंज से पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था. 

आरोपी हीरा इस मामले में स्वयं को जेल भिजवाने में कैबिनेट मंत्री (पशु पालन डेरी, मत्स्य विभाग व प्रोटोकोल) सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानते हुए उनसे रंजिश रखता है. सीओ ने बताया कि हीरा ने जेल में रहने के दौरान सिरसा फार्म थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) निवासी सतनाम सिंह से मिलकर मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र रचा था. जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद हीरा ने सतनाम के बताए साथी सिरसा फार्म निवासी हरभजन सिंह व नौडांडी थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) के तांत्रिक मो. अजीज उर्फ गुड्डू से मिलकर 20 लाख रुपये की सुपारी दे दी. इसके लिए 5.70 लाख रुपये का एडवांस भी दिया गया. बाकी की रकम काम होने के बाद देने की बात हुई थी. इसकी जानकारी होने पर हीरा के जेल से छूटने के बाद से उस पर नजर रखी जाने लगी. दो अक्तूबर को मंत्री सितारगंज आए थे. उनके विधानसभा भ्रमण के दौरान हीरा ने मंत्री की सभाओं में रहकर रेकी की. कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि तीन दिन पहले ही मुख्य साजिशकर्ता हीरा सिंह सितारगंज स्थित उनके आवास पर पहुंचा था. तमाम शिकायतों को लेकर उसने उसके सामने बात रखी थी. माना जा रहा है कि हीरा सिंह लगातार मंत्री की रेकी कर रहा था. साजिश को अंतिम रूप दिया जा रहा था. सौरभ बहुगुणा ने कहा यह मामला केवल खनन व्यवसाय से जुड़ा नहीं है. इसमें किसी बड़ी राजनीतिक साजिश को वह वजह मान रहे हैं.

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