ऊखीमठ तहसील के एक गांव से एक नाबालिग के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है। ऊखीमठ विकास खंड के एक गांव की नाबालिग लड़की सोमवार सायं से घर से लापता हो गई। नाबालिग के पिता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। लापता हुई लड़की का संपर्क फोन से पुलिस व स्वजन से हो रहा था। लड़की के पिता ने बताया की नाबालिग कक्षा नौ में पढ़ती है। बीते कुछ दिनों से खराब तबीयत के चलते विद्यालय नहीं जा पा रही थी।
बीते सोमवार को वह दवाई लेने के लिए घर से रुद्रप्रयाग के लिए निकली थी। इसके बाद अपराह्न करीब 3:30 बजे वह वाहन से गांव के निकट उतरी थी। साथ ही उसने देर शाम साढ़े सात बजे नाबालिग के परिजनों को फोन कर सूचना दी कि अज्ञात वाहन चालक द्वारा उनकी बेटी को काले रंग के वाहन में अपहरण कर दिया है। फोन आने के बाद से परिजनों में हड़कंप मचा गया। जब मामले में पुलिस ने जांच शुरू की…
पुलिस ने नाबालिक को गांव के समीप ही बरामद किया तो चौकाने वाला सच सामने आया। पुलिस ने बताया की लड़की दो दिनों से पुलिस और परिजनों को गुमराह कर रही थी। जब नाबालिक दवाई लेने रुद्रप्रयाग गई तो तिलवाड़ा क्षेत्र से ही वापस आ गई। जिसके बाद परिजनों के डर से नाबालिक ने खुद ही अपने अपहरण की कहानी रच कर पिता को सुना दी और लड़की के कहने पर ही पिता ने पुलिस में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
एसपी रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल ने तत्काल छानबीन करने के निर्देश दिए कि लडकी ने ऐसा कदम क्यों उठाया। एसपी रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल ने बताया की नाबालिक का नंबर जब सर्विलांस पर लगाया गया तो लडकी की लोकेशन गांव के समीप ही मिली जिसके बाद पुलिस ने चौक बाजार से लड़की को बरामद कर परिजनों को सोपा। गौरतलब है कि आज के समय में पहाड़ों में भी ऐसी घटनाएं घटित होने लगी है।