रुद्रप्रयाग में यूकेडी प्रत्याशी पर नहीं हुआ था हमला, सहानुभूति के लिए खुद ही रचा अपने पर हमले का प्रपंच
रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को मतदान से दो दिन पहले 12 फरवरी की रात को उत्तराखंड क्रांतिदल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हमला हुआ था.
रुद्रप्रयाग जिले से एक हैरान कर देने वाली ख़बर सामने आई है. जी हां, रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को मतदान से दो दिन पहले 12 फरवरी की रात को उत्तराखंड क्रांतिदल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हमला हुआ था. इस मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें की चुनाव के दौरान 12 फरवरी की रात्रि को रुद्रप्रयाग में उत्तराखंड क्रांतिदल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए हमले को पुलिस ने झूठा करार दिया है. कहना है कि चुनाव में लाभ लेने के लिए प्रत्याशी द्वारा स्वयं यह प्रपंच रचा गया था. मामले की विवेचना पूरी करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 182 में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. वहीं डिमरी ने पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. उन्होंने पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में जांच करने का आरोप लगाया है.
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि मामले की विवेचना पूरी कर दी गई है. विवेचना में यह बात स्पष्ट तौर पर सामने आई है कि यूकेडी प्रत्याशी द्वारा अपने ऊपर हुए हमले की सूचना पूरी तरह से भ्रामक है. उनके साथ किसी भी प्रकार की हमले की कोई घटना नहीं हुई है. सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स सहित लोगों के बयानों में भी हमले की पुष्टि नहीं हो पाई है. प्रत्याशी द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से यह कृत्य किया गया है. प्रत्याशी द्वारा स्वयं अपने वाहन के शीशे पत्थर से तोड़े गए और अपने पर कुछ हल्की चोटें लगाई गई. इधर, यूकेडी प्रत्याशी ने पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में जांच करने का आरोप लगाया है. बिना उनके बयान लिए विवेचना पूरी कर दी गई है, जो अनुचित है. उन्होंने सीबीआई से मामले की जांच करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को भी मामले में पत्र भेजने की बात कही है.