उत्तराखंडधर्म

चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष पैकेज होगा तैयार, 15 अप्रैल तक सभी रूट्स दुरस्त करने के निर्देश

देहरादून।

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं. इसी कड़ी में एक तरफ तीर्थ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन का पैकेज प्लान तैयार किया जा रहा है। दूसरी तरफ सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा को देखते हुए बेहतर सड़कों के निर्माण पर भी काम चल रहा है। उत्तराखंड में तीर्थ यात्रियों को चारधाम यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। राज्य सरकार ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही विकल्प तीर्थ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए खुले रखे हैं। खास बात यह है कि रजिस्ट्रेशन के बाद चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष पैकेज भी तैयार किया जा रहा है। यह पैकेज तीर्थ यात्रियों की सुविधा को देखते हुए तैयार होगा। इसमें तीर्थ यात्रियों को पर्याप्त समय दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे रजिस्ट्रेशन करने के बाद उसी निश्चित समय में तीर्थ यात्री सभी चारों धामों की यात्रा कर सकें।राज्य में चार धाम की यात्रा करने के दौरान रजिस्ट्रेशन की निश्चित समय सीमा तय होती है. यानी रजिस्ट्रेशन करने के बाद तय समय पर ही संबंधित धाम में दर्शन के लिए तीर्थ यात्रियों को पहुंचना होता है. इस बार तीर्थ यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पर्यटन विभाग को यह दिशा निर्देश दिए गए हैं कि जो भी रजिस्ट्रेशन की समय सीमा का प्लान तैयार किया जाए उसे 10 से 12 दिन का रखा जा सकता है. जिससे तीर्थ यात्रियों को सभी धाम में दर्शन करने का पर्याप्त समय मिल सके। बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख तय हो चुकी है. इस तरह चार धाम यात्रा के लिए प्रशासन और सरकार के पास ज्यादा वक्त नहीं है. यात्रा के दौरान सबसे जरूरी चार धाम रूट पर सड़कों का बेहतर होना है. इसके लिए यात्रा शुरू होने से पहले समीक्षाएं भी की जाती हैं. इस बार भी चार धाम रूट पर सड़कों को यातायात के लिहाज से बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सभी रूट पर तय समय सीमा में सड़कों को दुरुस्त कर लिया जाए. अलग-अलग रूट पर सड़कों के लिए डेडलाइन तय की गई है. अंतिम रूप से 15 अप्रैल तक सभी रूट पर सभी सड़क बेहतर करने का लक्ष्य दिया गया है। इससे पहले गढ़वाल कमिश्नर ने ऋषिकेश में समीक्षा बैठक भी की. जिसमें सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. इसमें विभिन्न विभागों से संबंधित तैयारी पर बात की गई. बैठक में एक महीने तक वीआईपी दर्शन को अनुमति नहीं दिए जाने से लेकर रूट पर पुलिसकर्मियों की तैनाती और ट्रैफिक मैनेजमेंट से संबंधित दिशा निर्देश जारी किए गए।

यह भी पढ़ें -  तीर्थनगरी ऋषिकेश में शर्मनाक वारदात.. वीरभद्र स्टेशन पर मानसिक रूप से बीमार 23 वर्षीय युवती के साथ गैंग रेप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button